राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें, तो दंगे-फसाद की नौबत ही न आए
इंदौर,संवाददाता : वक्फ संपत्ति संशोधन विधेयक को लेकर देश भर में बढ़ते विरोध प्रदर्शनों और हिंसा के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह का बड़ा बयान सामने आया है।
इंदौर में मीडिया से बात करते हुए सिंह ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और केंद्र की भाजपा सरकार पर एक साथ तीखे सवाल खड़े किए। मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल में वक्फ बिल के विरोध में हुई हिंसा की पृष्ठभूमि में दिग्विजय सिंह ने ममता बनर्जी की सरकार की नीतियों पर सवाल उठाया। बिना ममता का नाम लिए उन्होंने कहा, “आखिर क्या कारण है कि कुछ संगठन, जो नफरत फैलाते हैं और दंगे भड़काते हैं, उन्हें मस्जिदों के सामने डीजे के साथ जुलूस निकालने की अनुमति दी जाती है।
दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट कहा कि यदि राज्य सरकारें सुप्रीम कोर्ट के दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करें, तो दंगे-फसाद की नौबत ही न आए। उन्होंने इसे प्रशासनिक विफलता बताया और कहा कि राजनीतिक लाभ के लिए संवेदनशील मुद्दों को हवा दी जा रही है। भाजपा पर निशाना साधते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा, “डबल इंजन सरकार की सोच ही नफरत फैलाने और दंगे करवाने की है। भाजपा और आरएसएस का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, इनका धर्म है केवल राजनीति और सत्ता के लिए समाज को बांटना।” सिंह ने गांधी हत्या का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी पर करारा प्रहार किया। उन्होंने कहा, “जिस विचारधारा ने महात्मा गांधी की हत्या की, आज वही विचारधारा सत्ता में है। उनके सांसद आज भी गोडसे को देशभक्त बताते हैं, लेकिन गांधी का हत्यारा कभी देशभक्त नहीं हो सकता। वो देशद्रोही था और रहेगा।” गौरतलब है कि वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्य प्रदेश में कुछ स्थानों पर हिंसक घटनाएं भी सामने आई हैं। विपक्ष इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों पर हमला बता रहा है, जबकि सरकार का दावा है कि यह विधेयक पारदर्शिता और जवाबदेही लाने के उद्देश्य से लाया गया है।