157 सरकारी स्कूलों में 10वीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ
नई दिल्ली,संवाददाता : बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती पर आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भाजपा और कांग्रेस दोनों पर जोरदार सियासी हमला बोला।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की मौजूदा और पूर्ववर्ती सरकारें शिक्षा को बर्बाद करने में लगी हैं और उन्होंने बाबा साहेब की विचारधारा के मूल सिद्धांतों से सीधे मुंह मोड़ा है। केजरीवाल ने कहा, “किसी भी जिम्मेदार सरकार का कर्तव्य होता है कि वह जनता को शोषण से बचाए, लेकिन दुर्भाग्यपूर्ण है कि वही लोग शोषण को बढ़ावा देने में शामिल हैं।” उन्होंने सीधे तौर पर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए गुजरात की सरकारी शिक्षा व्यवस्था का हवाला दिया। आप संयोजक ने कहा, “हाल ही में गुजरात की एक रिपोर्ट में सामने आया कि 157 सरकारी स्कूलों में दसवीं की बोर्ड परीक्षा में एक भी छात्र पास नहीं हुआ। यह वही राज्य है जहां पिछले 30 वर्षों से एक ही पार्टी की सरकार है। अगर ये शिक्षा की स्थिति है, तो उस पार्टी को शर्म से डूब मरना चाहिए।”
केजरीवाल ने कहा, “मैं पहले सोचता था कि ये सरकारें शिक्षा ठीक से चला नहीं पा रहीं। लेकिन अब पूरा यकीन है कि इन्हें करना आता है, पर ये करना ही नहीं चाहतीं। बीजेपी और कांग्रेस ने मिलकर देश को जानबूझकर अनपढ़ रखा है।” उन्होंने दावा किया कि दिल्ली में AAP सरकार के कार्यकाल के दौरान निजी स्कूलों को मनमानी फीस बढ़ाने से रोका गया। वहीं, पंजाब में वकीलों के पैनल में आरक्षण की व्यवस्था कर दलित समाज को न्यायिक क्षेत्र में प्रतिनिधित्व दिलाने की शुरुआत की गई। “यह बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि है। अब बातें नहीं, काम से श्रद्धांजलि दो,” केजरीवाल ने कहा। केजरीवाल ने एक रिटायर्ड चीफ जस्टिस के भाषण का हवाला देते हुए कहा, “एक जज की नियुक्ति हुई तो उसने अपने कमरे और कुर्सी को गंगाजल से शुद्ध किया, क्योंकि वहां पहले एक दलित जज बैठता था। आजादी के 75 साल बाद भी सोच नहीं बदली, हमें इसे बदलना होगा।”