पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने डॉ. भीमराव की जयंती पर अर्पित की श्रद्धांजलि
लखनऊ,संवाददाता : बसपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सोमवार को संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की और देशभर में बसपा कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए आयोजनों के लिए आभार जताया। उन्होंने आंबेडकरवादी विचारधारा को आत्मसात करने की अपील करते हुए दलितों, आदिवासियों और पिछड़े वर्गों को ‘शासक वर्ग’ बनने की दिशा में संगठित होने का आह्वान किया।
बसपा की श्रद्धांजलि पोस्ट:
बसपा ने अपने आधिकारिक X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर कहा, “संविधान निर्माता भारतरत्न बोधिसत्व परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को आज उनकी जयंती पर आंबेडकरवादी पार्टी बसपा के तत्वावधान में पूरे देश भर में उन्हें शत-शत नमन, माल्यार्पण व अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित किये गये। इसके लिए सभी लोगों का तहेदिल से आभार व धन्यवाद।”
मायावती ने उठाए सामाजिक न्याय के सवाल:
अपने बयान में मायावती ने कहा कि देश के दलित, आदिवासी, पिछड़े और अन्य उपेक्षित वर्गों को केवल सम्मानजनक जीवन नहीं बल्कि शासक वर्ग बनने के लिए संगठित होना होगा। उन्होंने कहा, “जुल्म-ज्यादती, अन्याय और भेदभाव से मुक्ति पाने के लिए बहुजनों को आंबेडकरवादी बनना होगा। उनकी आपसी एकता ही उन्हें सत्ता की मास्टर चाबी दिला सकती है।”
भाजपा और कांग्रेस दोनों पर निशाना:
मायावती ने केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस दोनों पर समान रूप से हमला करते हुए कहा, “देश में बहुजनों के सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक हालात कांग्रेस की तरह भाजपा के शासनकाल में भी अत्यंत दयनीय हैं। संविधान में मिले आरक्षण अधिकारों पर भी सुनियोजित हमले किए जा रहे हैं। इससे बहुजनों के अच्छे दिन के बजाय बुरे दिन ही देखने को मिल रहे हैं, जो अति दुःखद व चिंताजनक है।”