ज्योतिष आचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा
दिनांक – 30 अक्टूबर 2024
दिन – बुधवार
विक्रम संवत – 2081
शक संवत –1946
अयन – दक्षिणायन
ऋतु – हेमंत ॠत
मास – कार्तिक
पक्ष – कृष्ण
तिथि – त्रयोदशी दोपहर 01:04 तक तत्पश्चात चतुर्दशी
नक्षत्र – हस्त सुबह 10:27 तक तत्पश्चात चित्रा
योग – वैधृती सुबह 10:43 तक तत्पश्चात विष्कंभ
राहुकाल – दोपहर 12:00 से दोपहर 01:30 तक
सूर्योदय 06:26
सूर्यास्त – 17:37
दिशाशूल – उत्तर दिशा मे
व्रत पर्व विवरण – मासिक शिवरात्रि,काली चौदस
दीपावली के दिन क्या करें
दिवाली के दिन घर के पहले द्वार पर चावल का आटा और हल्दी का मिश्रण करके स्वस्तिक अथवा ॐ लगा देना, ताकि गृह दोष दूर हों और लक्ष्मी की स्थिति हो ।
लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय
दीपावली के दिन गुरुवार की रात मुख्य दरवाजे के बाहर दोनों तरफ एक एक दिया गेहूँ के ढेर पे जलाएं और कोशिश करें की दिया पूरी रात जले I आपके घर में सुख समृद्धि की वृद्धि होगी I
जिनके घर में आर्थिक परेशानी हो वो घर में भगवती लक्ष्मी का पूजन करें
इन मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का जप करें
ॐ महालक्ष्मऐ नमः
ॐ विष्णुप्रियाऐ नमः
ॐ श्रीं नमः
रात को चंद्रमा को अर्घ्य दें अर्घ्य देते समय :
ॐ सोमाय नमः
ॐ चन्द्रमसे नमः
ॐ रोहिणी कान्ताय नमः
ॐ सोमाय नमः
ॐ चन्द्रमसे नमः
ॐ रोहिणी कान्ताय नमः
इन मन्त्रों से पूजन करें
दिवाली की रात को चाँदी की छोटी कटोरी या दिये में कपूर जलने से दैहिक दैविक और भौतिक परेशानी/कष्टों से मुक्ति होती है| दिवाली के दिन स्फटिक की माला से इन मन्त्रों के जप करने से लक्ष्मी आती हैं I
ॐ महालक्ष्मऐ नमः
ॐ विष्णुप्रियाऐ नमः
ॐ श्रीं नमः
दिवाली की रात गणेशजी को लक्ष्मी जी के बाएं रख कर पूजा की जाये तो कष्ट दूर होते हैं. अगर घर में खींचातानी हो या दुकान में बरकत नहीं हो तो हर रविवार को एक लोटे में जल भर कर 21 बार गायत्री मन्त्र
ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात
का जप करके जल को दीवारों पर छाँट दे पर ध्यान रहे की पैरों के नीचे जल ना आये इसलिए दीवारों पर ही छाँटना है I
दीपावली की सुबह तेल से मालिश करके स्नान करना चाहिए
भूत प्रेत से रक्षा दिवाली के दिन सरसों के तेल का या शुध्द घी का दिया जलाकर काजल बना ले…ये काजल लगाने से भूत प्रेत पिशाच, डाकिनी से रक्षा होती है…और बुरी नजर से भी रक्षा होती है I
माँ लक्ष्मी मन्त्र
दिवाली की रात कुबेर भगवान ने लक्ष्मी जी की आराधना की थी तो कुबेर बन गए ,जो धनाढ्य लोगो से भी बड़े धनाढ्य हैं..सभी धन के स्वामी हैं..ऐसा इस काल का महत्त्व है.. दिया जला के जप करने वाले को धन, सामर्थ्य , ऐश्वर्य पाए…ध्रुव , राजा प्रियव्रत ने भी आज की रात को लक्ष्मी प्राप्ति का , वैभव प्राप्ति का जप किया था…मन्त्र बहुत सरल है…मन्त्र का फल प्राप्त करने के लिए श्रद्धा से मंत्र सुने
ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा