मुख्यमंत्री के निर्देश पर ट्रकों से वसूली मामले में हुई कठोर कार्रवाई, ज़िले के एसपी और एएसपी भी हटाए गए थे
लखनऊ, ब्यूरोः बलिया के नरहीं थाने में ट्रकों से वसूली मामले में फरार चल रहे थानाध्यक्ष पन्नेलाल कन्नौजिया को गिरफ्तार किया गया है। गोरखपुर में पन्नेलाल को पकड़ने के लिए रविवार को आजमगढ़ एसओजी, पुलिस टीमों के साथ पहुंची थी। यहां पर पन्नेलाल ने खुद को चारों ओर से घिरता देख सरेंडर कर दिया। पांच लाख वसूली प्रतिदिन की कमाई का हिस्साः पुलिस टीमों ने पन्नेलाल को गिरफ़्तार किया तो उससे पूछताछ में पता चला कि पांच लाख वसूली की कमाई का प्रतिदिन उसे हिस्सा मिलता था, जिससे ट्रक चालक बेख़ौफ होकर कोई भी सामान ले जा पाते थे।
यह था मामलाः बलिया में पुलिस और दलालों का गिरोह ट्रकों से खुलेआम वसूली में संलिप्त्त था। इसकी सूचना पर एडीजी वाराणसी पीयूष मोर्डिया और डीआईजी आज़मगढ़ वैभव कृष्ण ट्रक में सादे कपड़ों में सवार हुए थे और जाल में जिले के एसपी और एएसपी भी फ़ंस गए थे। मौके से कांस्टेबल हरदयाल सिंह गिरफ्तार हुआ, जबकि हेड कांस्टेबल विष्णु यादव और कांस्टेबल दीपक मिश्रा ,बलराम सिंह भागने में सफल रहे। एसओ पन्नेलाल की तलाश थी। मुख्यमंत्री के निर्देश पर कार्रवाई हुई। प्राइवेट व्यक्तियों को दलाल बनाकर वसूली कर रही थी पुलिस। पुलिस दलालों से वसूली करवा रही थी। कुल 16 दलाल रवि शंकर यादव, विवेक शर्मा, जितेश चौधरी, वीरेंद्र राय ,सोनू सिंह ,अजय पांडेय, वीरेंद्र यादव, अरविंद यादव, उमाशंकर चौधरी, जवाहर यादव, धर्मेंद्र यादव ,विकास राय, हरेंद्र यादव ,सलाम अंसारी ,आनंद कुमार ठाकुर, दिलीप कुमार यादव वसूली में गिरफ्तार हुए थे। दलालों से 37360 रुपए ,14 बाइक ,25 मोबाइ,ल दो नोटबुक बरामद हुई।एसओ नरही वाया ऊपर जाता था पैसा।प्रथम दृष्टया पर्यवेक्षण में दोषी पाए जाने पर थानाध्यक्ष नरही पन्नेलाल और चौकी प्रभारी करंटाडीह राजेश प्रभाकर को सस्पेंड किया गया।पूरी करंटाडीह पुलिस चौकी के आठ पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया था। इसके अलावा हेड कांस्टेबल चंद्रजीत यादव ,औरंगजेब खान, कांस्टेबल परविंद यादव, सतीश गुप्ता ,पंकज यादव, ज्ञानचंद, धर्मवीर पटेल को भी सस्पेंड किया गया था।