ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्रा
- विक्रम संवत: 2082
- शक संवत: 1947
- तिथि: त्रयोदशी (प्रातः 09:36 बजे तक), तत्पश्चात चतुर्दशी
- नक्षत्र: विशाखा (प्रातः 03:31 बजे तक), तत्पश्चात अनुराधा
- योग: शिव (प्रातः 01:08 बजे तक), तत्पश्चात सिद्ध
- राहुकाल: प्रातः 07:30 से 09:00 बजे तक
- सूर्योदय: प्रातः 05:14 बजे
- सूर्यास्त: सायं 06:46 बजे
- दिशाशूल: पूर्व दिशा में
विशेष व्रत और उपाय
1. अन्नपूर्णा प्रयोग
प्रत्येक पूर्णिमा को घर के अन्न भंडार के स्थान पर कपास तेल का दीपक लगाएं। इससे घर की रसोई में बरकत होती है और अन्न की कमी दूर होती है।
2. शनि निवारण उपाय
गले में लाल धागे में रुद्राक्ष पहनें और भगवान शिव को बिल्व पत्र अर्पित करें। इससे शनि की पीड़ा कम होती है और शांति मिलती है।
3. ग्रह दोष निवारण और आर्थिक समृद्धि के उपाय
- इलायची या केसर: नहाने के पानी में डालने से आर्थिक तंगी दूर होती है।
- दूध: नहाने के पानी में मिलाने से शक्ति मिलती है और आयु में वृद्धि होती है।
- रत्न: नहाने के पानी में डालने से आभूषणों की प्राप्ति होती है।
- तिल: नहाने के पानी में डालने से महालक्ष्मी की कृपा मिलती है।
- दही: नहाने के पानी में मिलाने से संपत्ति में वृद्धि होती है।
- घी: नहाने के पानी में डालने से आयु बढ़ती है और शरीर स्वस्थ रहता है।
- इत्र या सुगंधित पदार्थ: नहाने के पानी में डालने से पैसों की कमी दूर होती है।