इस दिन होती है भगवान शिव की विशेष पूजा, पूरी होती हैं सभी मनोकामनाएं
डॉ उमाशंकर मिश्र,लखनऊ : महाशिवरात्रि का पर्व आज 26 फरवरी को मनाया जा रहा है। यह दिन भगवान शिव के पूजन और अभिषेक के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। कई धार्मिक ग्रंथों में उल्लेखित है कि इस दिन भगवान शिव की विशेष पूजा से उनकी कृपा प्राप्त होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं। धर्मसिन्धू के अनुसार, किसी विशेष फल की इच्छा के लिए भगवान शिव के विशिष्ट शिवलिंग की पूजा करनी चाहिए।
धातु के शिवलिंग पर अभिषेक से प्राप्त फल:
- सोने का शिवलिंग: सत्यलोक (स्वर्ग) की प्राप्ति।
- मोती का शिवलिंग: रोगों का नाश।
- हीरे का शिवलिंग: दीर्घायु की प्राप्ति।
- पुखराज का शिवलिंग: धन-लक्ष्मी की प्राप्ति।
- स्फटिक का शिवलिंग: सभी कामनाओं की पूर्ति।
- नीलम का शिवलिंग: सम्मान की प्राप्ति।
- चांदी का शिवलिंग: पितरों की मुक्ति।
- तांबे का शिवलिंग: लंबी आयु की प्राप्ति।
- लोहे का शिवलिंग: शत्रुओं का नाश।
- आटे का शिवलिंग: रोगों से मुक्ति।
- मक्खन का शिवलिंग: सभी सुखों की प्राप्ति।
- गुड़ का शिवलिंग: अन्न की प्राप्ति।
कालसर्प दोष और इसके निवारण उपाय
महाशिवरात्रि का दिन विशेष रूप से कालसर्प दोष के निवारण के लिए भी महत्वपूर्ण माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार, कालसर्प दोष 12 प्रकार का होता है, और प्रत्येक दोष के लिए विशिष्ट उपाय किए जा सकते हैं। यदि किसी व्यक्ति को कालसर्प दोष है, तो वह महाशिवरात्रि के दिन निम्नलिखित उपाय कर सकते हैं:
- अनन्त कालसर्प दोष:
- एकमुखी, आठमुखी या नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- रांगे (धातु) से बना सिक्का नदी में प्रवाहित करें।
- कुलिक कालसर्प दोष:
- दो रंग वाला कंबल या गर्म वस्त्र दान करें।
- चांदी की ठोस गोली बनवाकर पूजा करें और उसे अपने पास रखें।
- वासुकि कालसर्प दोष:
- रात को बाजरा सिरहाने रखें और सुबह पक्षियों को खिलाएं।
- लाल धागे में तीन, आठ या नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- शंखपाल कालसर्प दोष:
- 400 ग्राम साबुत बादाम बहते जल में प्रवाहित करें।
- शिवलिंग का दूध से अभिषेक करें।
- पद्म कालसर्प दोष:
- 40 दिनों तक रोज सरस्वती चालीसा का पाठ करें।
- पीले वस्त्र का दान करें और तुलसी का पौधा लगाएं।
- महापद्म कालसर्प दोष:
- हनुमान मंदिर में सुंदरकांड का पाठ करें।
- गरीबों को भोजन करवाकर दान-दक्षिणा दें।
- तक्षक कालसर्प दोष:
- 11 नारियल बहते जल में प्रवाहित करें।
- सफेद कपड़े और चावल का दान करें।
- कर्कोटक कालसर्प दोष:
- बटुकभैरव मंदिर में दही-गुड़ का भोग अर्पित करें।
- शीशे के आठ टुकड़े नदी में प्रवाहित करें।
- शंखचूड़ कालसर्प दोष:
- सिरहाने जौ रखें और पक्षियों को खिलाएं।
- पांचमुखी, आठमुखी या नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- घातक कालसर्प दोष:
- पीतल के बर्तन में गंगाजल भरकर पूजा स्थल पर रखें।
- चारमुखी, आठमुखी और नौमुखी रुद्राक्ष धारण करें।
- विषधर कालसर्प दोष:
- परिवार के सदस्यों की संख्या के बराबर नारियल लेकर बहते जल में प्रवाहित करें।
- भगवान शिव के मंदिर में दान करें।
- शेषनाग कालसर्प दोष:
- लाल कपड़े में बताशे और सफेद फूल बांधकर सिरहाने रखें।
- गरीबों को दूध और सफेद वस्त्रों का दान करें।
सम्पर्क और मार्गदर्शन:
महाशिवरात्रि के दिन विशेष पूजा और उपायों से कालसर्प दोष की परेशानियों से राहत मिल सकती है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त की जा सकती है। योग्य पंडित या ज्योतिषी से मार्गदर्शन प्राप्त कर सकते हैं।