एस्ट्रा बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल और रुद्रम एंटी-रेडिएशन मिसाइल भी हैं शामिल
नई दिल्ली,संवाददाता : भारत अपनी नौसेना की समुद्री हमले की क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से फ्रांस के साथ 26 समुद्री लड़ाकू विमानों की खरीद के लिए बातचीत के उन्नत चरण में है। भारतीय नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने सोमवार को वार्षिक नौसेना दिवस प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस बात की घोषणा की। उन्होंने बताया कि इस संबंध में बातचीत सुरक्षा पर कैबिनेट समिति से एक स्तर पीछे है और अगले महीने इस सौदे पर मुहर लगने की संभावना है।
राफेल जेट जैसा होगा सौदा
यह सौदा भारतीय वायु सेना के लिए 2016 में खरीदे गए 36 राफेल जेट के सौदे के समान होगा। कई दौर की बातचीत के बाद इस सौदे की कीमत में काफी कमी की गई है। भारत ने फ्रांस से जेट में स्वदेशी हथियारों को शामिल करने की मांग की है, जिनमें एस्ट्रा बियॉन्ड विजुअल रेंज मिसाइल और रुद्रम एंटी-रेडिएशन मिसाइल शामिल हैं। इस सौदे की कीमत मुद्रास्फीति की दर और भारतीय वायु सेना के लिए 36 राफेल विमानों के पिछले सौदे के आधार पर तय की जाएगी।
स्वदेशी रडार और हथियारों का समावेश
इस सौदे के तहत भारत को लंबी दूरी की हवा से हवा में मार करने वाली मेटियोर मिसाइलें, जहाज रोधी हथियार, 40 ड्रॉप टैंक और विमानों के लिए कुछ कार्य केंद्र मिलेंगे। भारत ने विमान में स्वदेशी उत्तम रडार को एकीकृत करने की भी मांग की है, हालांकि इसमें लगभग आठ साल का समय लग सकता है और यह महंगा हो सकता है।
समुद्री संस्करण में बदलाव
भारत द्वारा वायु सेना के लिए खरीदे गए राफेल विमानों का समुद्री संस्करण कुछ अलग होगा। जबकि दोनों विमानों के डिजाइन समान होंगे, समुद्री संस्करण में लंबी, अधिक मजबूत नाक और मजबूत अंडरकैरिज होगा, जिससे यह समुद्र में उतरने और उड़ने के लिए अधिक सक्षम होगा।
पाकिस्तानी नौसेना की वृद्धि को लेकर बयान
नौसेना प्रमुख त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना पड़ोसी देशों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए हमेशा तैयार है। उन्होंने पाकिस्तान की बढ़ती नौसेना के बारे में भी चेतावनी दी, जिसमें कहा गया कि पाकिस्तान 50 जहाजों वाली नौसेना बनाने का लक्ष्य रखता है। उन्होंने यह भी कहा कि भारतीय नौसेना की परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत ने कई निवारक गश्त की हैं और दूसरी पनडुब्बी ने हाल ही में मिसाइल परीक्षण किया है।