कांग्रेस-भाजपा जनता को जमानत की शर्तें समझाने में जुटी
दिल्ली,संवाददाता : दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच भाजपा और कांग्रेस दोनों दलों ने यह संदेश देने में जुटे हैं कि अरविंद केजरीवाल अब आगे मुख्यमंत्री नहीं बन सकते। दोनों दलों के नेता सुप्रीम कोर्ट द्वारा जमानत शर्तों का हवाला दे रहे हैं, जिससे यह दावा किया जा रहा है कि केजरीवाल मुख्यमंत्री पद पर काबिज नहीं हो सकते।
कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने पहले इस बात का दावा किया था और अब भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने भी यही बात दोहराई। खास बात यह है कि दोनों नेता नई दिल्ली सीट से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं। दरअसल, शराब घोटाले में पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल जमानत पर हैं। जमानत से पहले सुप्रीम कोर्ट ने कुछ शर्तें लगाई थीं,
इसके आधार पर भाजपा और कांग्रेस यह संदेश देने की कोशिश कर रहे हैं कि यदि आम आदमी पार्टी चुनाव जीत भी जाती है, तो केजरीवाल मुख्यमंत्री नहीं बन पाएंगे। दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सत्ता केवल अरविंद केजरीवाल के करिश्मे पर निर्भर रही है, और इस रणनीति के तहत दोनों पार्टियां केजरीवाल को लेकर असमंजस पैदा करने का प्रयास कर रही हैं, खासकर उस वर्ग के बीच जो केवल केजरीवाल को ही मुख्यमंत्री मानकर वोट करता है।
हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने जमानत देते समय केजरीवाल पर कोई ऐसी रोक नहीं लगाई है जो उन्हें मुख्यमंत्री बनने से रोके। कोर्ट ने इस मामले में यह भी कहा था कि केजरीवाल मुख्यमंत्री पद छोड़ें या न छोड़ें, इस बारे में कोर्ट का कोई आदेश नहीं हो सकता। कोर्ट ने यह भी कहा कि यह केजरीवाल का व्यक्तिगत निर्णय है।
जमानत पर बाहर आने के बाद, केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद छोड़ दिया था और फिर आतिशी को यह पद सौंपा था।