ज्योतिषाचार्य डॉ उमाशंकर मिश्र
लखनऊ,संवाददाता : कभी-कभी कड़ी मेहनत करने के बाद भी व्यक्ति के हाथ में पैसा नहीं टिकता और वह धन की समस्या से जूझता रहता है। ऐसे में अगर आप वास्तु के अनुसार अपने घर में इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखते हैं तो इससे आपको अपनी स्थिति में काफी लाभ देखने को मिल सकता है। चलिए जानते हैं इस बारे में।
वास्तु के अनुसार दिशाओं का महत्व:
- उत्तर: व्यापार व धन वृद्धि की दिशा।
- दक्षिण-पूर्व (आग्नेय): धन, खर्च नियंत्रण और लक्ष्मी की दिशा।
- उत्तर-पूर्व (ईशान): शुद्धता, ज्ञान और आध्यात्मिक ऊर्जा।
- दक्षिण-पश्चिम (नैऋत्य): स्थायित्व और बचत।
घर और ऑफिस की सजावट से जुड़े वास्तु उपाय:
- हरे पौधे, क्रिस्टल बॉल, श्रीयंत्र रखें।
- मेज पर ताजे फूल, टेबल के पीछे पहाड़ या सूर्योदय का चित्र।
- मृत व्यक्तियों की तस्वीरें मुख्य द्वार के पास न लगाएं।
- फलों की कलाकृतियां और हंसते चेहरे की तस्वीरें लगाएं।
वास्तु दोषों का निवारण:
- दक्षिण दिशा में सीढ़ियां बनवाना शुभ।
- दक्षिण-पश्चिम को ऊँचा रखें, उत्तर-पूर्व को नीचा।
- अंडरग्राउंड पानी टैंक उत्तर-पूर्व में हो।
- टूटा दर्पण, मुरझाए फूल, काले कांच, कैक्टस न रखें।
तांत्रिक व उपाय संबंधी सलाह:
- काली गुंजा को शुक्रवार को तिजोरी में रखें।
- एकाक्षी नारियल को व्यवसाय स्थल पर रखें।
- काली राई से दिशाओं में नकारात्मक ऊर्जा हटाएं।
- पीले नींबू व काली मिर्च के टोटके।
फेंगशुई से जुड़े विशेष उपाय:
- तीन टांगों वाला मेढ़क, मछलियों की तस्वीर, तोतों की उड़ती पंक्ति का चित्र।
- गोल घड़ी उत्तर दीवार पर लगाएं।
- ड्रैगन-चीते के सिद्धांत के अनुसार भवन निर्माण करें।
ध्यान देने योग्य निषेध:
- जूठे बर्तन बेडरूम में न रखें।
- भोजन करते समय उदासी न दिखाएं।
- टूटी-फूटी वस्तुएं, पुराने अखबार, अनुपयोगी सामान घर में न रखें।
जीवनशैली व व्यवहार संबंधी सुझाव:
- स्त्रियों का सम्मान करें।
- प्रेमपूर्वक भोजन करें।
- घर साफ रखें, धूल-कचरा न होने दें।
- सुबह दरवाजे पर एक गिलास पानी रखें।
विशेष रंगों का महत्व:
कक्ष | शुभ रंग |
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स्वागत कक्ष | हल्का गुलाबी |
प्रवेश द्वार | आसमानी |
शयनकक्ष | हल्का हरा |
किचन | सफेद |
कार्यालय | हल्का हरा, आसमानी |