महाकुंभ की पुण्य-यात्रा एक दुर्लभ अवसर है, जो 144 साल में एक बार आता है

प्रयागराज,संवाददाता : समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को महाकुंभ के पावन अवसर पर संगम में डुबकी लगाई। संगम स्नान के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की और बताया कि गणतंत्र दिवस के दिन उन्होंने संगम में 11 डुबकी लगाई। इस दौरान उन्होंने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि क्यों उन्होंने 11 बार डुबकी लगाई और हर डुबकी का क्या उद्देश्य था।
अखिलेश यादव की 11 डुबकी का रहस्य
अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी पोस्ट में लिखा, “महाकुंभ के पावन अवसर पर संगम में 11 डुबकियाँ लगाई, जिनमें हर एक डुबकी का एक खास मकसद था।” उन्होंने इन डुबकियों का उद्देश्य स्पष्ट किया:
- एक डुबकी मां त्रिवेणी को प्रणाम की
- एक डुबकी आत्म-ध्यान की
- एक डुबकी सर्व कल्याण की
- एक डुबकी सबके उत्थान की
- एक डुबकी सबके मान की
- एक डुबकी सबके सम्मान की
- एक डुबकी सर्व समाधान की
- एक डुबकी दर्द से निदान की
- एक डुबकी प्रेम के आह्वान की
- एक डुबकी देश के निर्माण की
- एक डुबकी एकता के पैगाम की
महाकुंभ का संदेश
अखिलेश यादव ने अपनी पोस्ट में आगे लिखा, “महाकुंभ की पुण्य-यात्रा एक दुर्लभ अवसर है, जो 144 साल में एक बार आता है। संगम के किनारे और नदियों के मिलन स्थल पर यह अनुभव जीवन के सही अर्थ और मायने को दर्शाता है। हमें संगम के संदेश को अपने जीवन में उतारना चाहिए – सद्भाव, सौहार्द और सहनशीलता की त्रिवेणी का संगम हमारे भीतर होगा, तब ही हम महाकुंभ का वास्तविक अनुभव कर पाएंगे।” सपा प्रमुख की 11 डुबकी से यह स्पष्ट होता है कि उन्होंने इस मौके पर अपने जीवन, समाज और देश के लिए शुभकामनाएँ और सकारात्मक संदेश दिया है।