मुझे लगता है कि अधिकांश कप्तान पहले गेंदबाजी करते, और शायद खराब परिणाम का करते है सामना
लंदन : इंग्लैंड के सर्वकालिक महान क्रिकेटरों में शामिल एलिस्टेयर कुक का मानना है कि भारतीय टीम का रविचंद्रन अश्विन जैसे अनुभवी खिलाड़ी के बिना खेलना और ऑस्ट्रेलिया में पहले टेस्ट मैच में बल्लेबाजी करना इस बात का प्रतीक है कि भारतीय टीम किसी भी परिस्थिति में जीतने के लिए पूरी तरह से आत्मविश्वास से भरी हुई है। कुक ने पर्थ में पहले टेस्ट मैच के बाद भारत की जबरदस्त वापसी की सराहना की, जहां भारतीय टीम ने केवल 150 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया को हराया।
कुक ने ‘टीएनटी स्पोर्ट्स’ पर कहा, “मैंने सोचा कि भारत बहुत साहसी है। वे टॉस जीतते हैं और उस विकेट पर बल्लेबाजी करते हैं। भले ही उन्होंने सिर्फ 150 रन बनाए, फिर भी वे सोचते हैं, ‘हम ऑस्ट्रेलिया को वहां पर हराएंगे। हमें पता है कि यह कठिन होगा, लेकिन हमें लगता है कि यह सिर्फ दोनों टीमों के लिए कठिन होगा’।” कुक ने आगे कहा, “मुझे लगता है कि अधिकांश कप्तान पहले गेंदबाजी करते, और शायद खराब परिणाम का सामना करते, जैसा कि आमतौर पर ऑस्ट्रेलिया में होता है। लेकिन भारत ने शानदार तरीके से इसका सामना किया। यह एक शानदार प्रदर्शन था।” कुक ने भारत की वापसी की रणनीति को भी सराहा और कहा, “150 रन पर आउट होने के बाद आपको लगता है कि हम यहां संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन जब आपके पास इस तरह के विकेटों पर नई गेंद के साथ बूमराह हो तो वापसी हो सकती है। वह हमेशा शानदार प्रदर्शन करता है और टीम उसका समर्थन करती है।”
कुक ने भारत की कप्तानी कर रहे जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए कहा, “रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में, बुमराह ने पहले पारी में पांच विकेट लिए और मैच में आठ विकेट चटकाए। इस प्रदर्शन ने भारत को यादगार जीत दिलाई।” कुक ने रविचंद्रन अश्विन को एकादश से बाहर रखने के भारत के साहसिक फैसले पर भी टिप्पणी की, “जरा सोचिए, वे कितने बहादुर थे। उन्होंने अश्विन को नहीं खिलाया, जिन्होंने 500 टेस्ट विकेट लिए हैं। मुझे लगा कि अश्विन बेहतरीन होंगे, लेकिन उनकी सोच शानदार थी।” कुक ने अंत में यशस्वी जायसवाल की भी सराहना की, जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाजी आक्रमण पर दबदबा बनाया। पहले टेस्ट मैच की पहली पारी में खाता खोलने में असफल रहने के बाद जायसवाल ने दूसरी पारी में 161 रन की शानदार पारी खेली, जो उनके करियर का पहला शतक था और उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर यह उपलब्धि हासिल की।