आराधना मिश्रा को किया हाउस अरेस्ट, संभल हिंसा के पीड़ितों से मिलने का था कार्यक्रम
गाजीपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में हुई हिंसा के बाद पीड़ित परिवारों से मिलने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी गाजीपुर बॉर्डर पर पहुंचने वाले थे, लेकिन उन्हें रोक दिया गया है। राहुल-प्रियंका गांधी को रोकने के लिए पुलिस ने तीन लेयर का सुरक्षा इंतजाम किया है। पहली लेयर में पुलिसकर्मी खड़े हैं, जबकि दूसरी और तीसरी लेयर पर लोहे के बैरिकेड्स लगाए गए हैं। दरअसल, प्रशासन ने संभल में 10 दिसंबर तक बीएनएस की धारा 163 लागू की है, जिसके तहत किसी भी बाहरी व्यक्ति को संभल में प्रवेश की अनुमति नहीं है। इसी कारण दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के चार जिलों – गाजियाबाद, नोएडा, अमरोहा और बुलंदशहर की सीमाएं भी सील कर दी गई हैं।
गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस अफसरों से जब राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने पीड़ितों से मिलने का अनुरोध किया, तो अधिकारियों ने कहा कि यदि काफिला नहीं जा सकता, तो सिर्फ पांच लोगों को संभल जाने की अनुमति दी जाए। हालांकि, अधिकारियों ने उनसे वापस लौटने की अपील की और बताया कि संभल में धारा-163 लागू है, इसलिए वहां जाना मुमकिन नहीं है।
यूपी कांग्रेस ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया, “राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ कांग्रेसजनों का एक प्रतिनिधिमंडल संभल हिंसा के पीड़ितों से मिलने जा रहा है। भाजपा सरकार उन्हें हर तरह से रोकने के प्रयास कर रही है। एक तरफ यूपी बॉर्डर को किलेबंदी कर दिया गया है, दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं को घर में नजरबंद किया जा रहा है।”