परिवार के सदस्य भारत सरकार से मामले में हस्तक्षेप करने की कर रहे प्रार्थना
मेरठ,संवाददाता : मेरठ के मुंडाली थानाक्षेत्र स्थित रछौती गांव के निवासी जैद को सऊदी अरब में ड्रग्स तस्करी के आरोप में मौत की सजा सुनाई गई है। इस खबर के बाद रछौती में जैद के परिवार में हड़कंप मच गया है। परिवार के सदस्य भारत सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने और माफी की प्रार्थना कर रहे हैं। परिजनों के अनुसार, मुंडाली पुलिस ने नोटिस जारी कर जैद को सऊदी अरब में ड्रग्स तस्करी के आरोप में मौत की सजा दिए जाने की जानकारी दी। जैद सात भाइयों में दूसरे नंबर पर है। उसका बड़ा भाई नईम खान फैसल भी सऊदी अरब में चालक की नौकरी करता है। जैद, जो सऊदी अरब में 2018 से काम कर रहा था, वहां एक कंपनी में चालक के रूप में काम करता था। कुछ समय बाद, जैद की गाड़ी दुर्घटना में क्षतिग्रस्त हो गई, जिसके बाद कंपनी मालिक ने उससे गाड़ी की कीमत वसूलने के लिए मुकदमा दायर कर दिया।
मामले से बचने के लिए जैद ने कंपनी छोड़ दी और सऊदी अरब में एक पुलिसकर्मी से निजी गाड़ी चलाने की नौकरी ले ली। लेकिन तीन महीने बाद, उसे मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। सऊदी सरकार का दावा है कि जैद के पास से 700 ग्राम मादक पदार्थ बरामद हुआ था, जिसके बाद उसे 15 जनवरी 2023 को जेद्दाह सेंट्रल जेल में बंद कर दिया गया। परिवार के अनुसार, जैद के माता-पिता इस समय बेहद परेशान हैं। जैद के पिता जुबैर और मां रिहाना बेटे को मौत की सजा मिलने की खबर से निराश और चिंतित हैं। जैद के मामले में कई अन्य लोग भी गिरफ्तार हुए थे, जिनमें से एक को रिहा कर दिया गया, जबकि जैद और एक पाकिस्तानी को मौत की सजा का फरमान सुनाया गया है। अब सऊदी सरकार ने इस सजा का आदेश अपने आंतरिक मंत्रालय में अनुमोदन के लिए भेज दिया है। जैद के परिवार के सदस्य भारत सरकार से अपील कर रहे हैं कि इस मामले में हस्तक्षेप किया जाए और उन्हें न्याय मिले।