मुंबई के कलाकारों को लगाए 16.65 लाख के जाली बिल
लखनऊ,संवाददाता : संस्कृति विभाग के सहायक निदेशक राजेश अहिरवार के इशारे पर कलाकारों से वसूली और बिलों में हेराफेरी में जेल गए इवेंट मैनेजर नील विजय सिंह उर्फ शिवेंद्र प्रताप सिंह ने कई कलाकारों को टारगेट किया था। एसटीएफ की जांच में मुंबई के पांच कलाकारों के बिल पर नील विजय का साइन मिला है। उक्त कलाकारों का एमाउंट करीब 16.65 लाख का है। बिल की सच्चाई जाने के लिए एसटीएफ उन कलाकारों से संपर्क कर रही है। इसके साथ ही आरोपी के मोबाइल के व्हाट्सएप का डाटा भी खंगाला जा रहा है।
डिप्टी एसपी एसटीएफ दीपक सिंह ने बताया कि पीड़ित गायिका श्रेया के अलावा जो बिल एसटीएफ के हाथ लगे हैं, वे सभी 7 से 22 फरवरी के बीच के हैं। इनमें मुंबई की कलाकार आकांक्षा त्रिपाठी का बिल 7 फरवरी को 2.50 लाख, अनुपमा राग 11 फरवरी का बिल 2.55 लाख, दीपशिखा रैना का बिल 15 फरवरी को 2.70 लाख, अनुराग मौर्य का बिल 17 फरवरी को 2.40 लाख और हिमानी कपूर 22 फरवरी का बिल 6.50 लाख का है। जांच की जा रही है आरोपियों ने और भी कलाकारों से वसूली की थी।
वहीं, एसटीएफ की रडार पर अब संस्कृति विभाग के निलंबित सहायक निदेशक राजेश अहिरवार हैं। सूत्रों की माने तो राजेश को दबोचने के बाद कई और के चेहरे बेनकाब होंगे। एसटीएफ ने संबंधित विभाग से पूरा रिकार्ड मांगा है। एसटीएफ यह भी पता कर रही है कि कलाकारों के बिल में हेराफेरी कर उनसे वसूली का खेल कब से और किसकी शह पर चल रहा था। एसटीएफ सर्विलांस की मदद से पड़ताल कर रही है।
बताते चलें कि भारत-नेपाल मैत्री महोत्सव 2024-25 में प्रतिभाग लेने वाली गायिका श्रेया की शिकायत पर इवेंट मैनेजर नील विजय सिंह को शुक्रवार को एसटीएफ ने गिरफ्तार किया था। आरोपी लॉरेंश विश्नोई के नाम पर प्रतिभागियों को धमकी देकर वसूली करता था। पीड़िता ने एडीजी कानून व्यवस्था अमिताभ यश से मुलाकात कर बताया था कि इवेंट मैनेजर नील विजय सिंह उर्फ शिवेन्द्र प्रताप सिंह ने गायन के लिए आमंत्रित किया था। गायन के लिए उसे 35 हजार रुपये देने के लिए कहा था। लेकिन केवल 30 हजार रुपये दिए गए। बचे हुए पांच हजार की जगह आरोपी ने 2.41 लाख का चेक दिया। जो संस्कृति विभाग की तरफ से जारी हुआ था। चेक मिलने के बाद से ही शिवेंद्र भुगतान करा कर रुपये उसे देने का दबाव डाल रहा था।