नेताजी ने ही हम सबको ये समझाया और सिखाया कि सच्चे लोकतंत्र की सच्ची दिशा नीचे-से-ऊपर की ओर होती है
लखनऊः समाजवादी पार्टी (सपा) के संस्थापक, पूर्व रक्षा मंत्री एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। वहीं, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी नेताजी को श्रद्धांजलि दी है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘पूर्व रक्षा मंत्री, उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ‘पद्म विभूषण’ मुलायम सिंह यादव की जयंती पर उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि।”
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘समाजवादी पार्टी के संस्थापक, वरिष्ठ राजनेता एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव जी की जयंती पर उन्हें शत-शत नमन।”
नेताजी की जयंती पर उनको कोटि-कोटि नमन: अखिलेश
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ”नेताजी की जयंती पर हम सबका उनको कोटि-कोटि नमन! नेताजी की जयंती, हम सबके लिए ‘समाजवादी मूल्यों’ के प्रति अपने संकल्पों को दोहराने का ‘शपथ-दिवस’ होती है। आज जन-जन में जो सामाजिक चेतना और जागरूकता आई है, उसकी ज़मीन नेताजी और उनके साथ के समर्पित लोगों ने ही तैयार की थी। आज हम सबकी ये ज़िम्मेदारी है कि उनके बोये सैद्धांतिक बीजों और उनके रोपे हुए वैचारिक पौधों को और भी अधिक सकारात्मक वातावरण दें, जिससे समानता-समता, सौहार्द और सबकी संवृद्धि का मार्ग प्रशस्त हो सके और विकास की दिशा सब भेदभाव मिटाते हुए, देश के अंतिम व्यक्ति से प्रथम व्यक्ति की ओर हो जाए।
इससे आगे अखिलेश ने कहा, ”नेताजी ने ही हम सबको ये समझाया और सिखाया कि सच्चे लोकतंत्र की सच्ची दिशा नीचे-से-ऊपर की ओर होती है। जब पंक्ति का अंतिम व्यक्ति सशक्त होगा तभी समाज और देश सशक्त होगा। यही ‘समाजवादी सकारात्मक राजनीति’ का बुनियादी सिद्धांत है, हम सब आज फिर से नेताजी के संकल्पों-सिद्धांतों पर चलने व उनके लिए लड़ने का वचन उठाते हैं। नेताजी को पुन: नमन और सार्थक स्मरण!”
सैफई गांव में हुआ था नेता जी का जन्म
मुलायम सिंह यादव का जन्म 22 नवंबर 1939 को इटावा जिले के सैफई गांव में हुआ था और 10 अक्टूबर 2022 को हरियाणा के गुरुग्राम में उनका निधन हो गया। यादव 1989 में पहली बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने और फिर 1989 और 2003 में भी उन्होंने इस पद को संभाला। वह देश के रक्षा मंत्री भी रहे। यादव पहले एक शिक्षक थे लेकिन बाद में शिक्षण कार्य छोड़कर उन्होंने राजनीति में कदम रखा। यादव ने 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा 26 जनवरी 2023 की पूर्व संध्या पर मरणोपरांत उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया।