उप जिला मजिस्ट्रेट दीपक कुमार चौधरी करेंगे नेतृत्व
संभल: उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान रविवार को हुई हिंसा की मजिस्ट्रियल जांच का आदेश जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया ने दिया है। जांच की जिम्मेदारी उप जिला मजिस्ट्रेट दीपक कुमार चौधरी को सौंपी गई है, जिन्होंने सात दिन के भीतर रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा है।
जांच प्रक्रिया
जांच अधिकारी दीपक कुमार चौधरी ने सर्वसाधारण को सूचित करते हुए कहा कि कोई भी व्यक्ति घटना के संबंध में बयान, साक्ष्य आदि 28 नवंबर को सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक बहजोई स्थित जिला मुख्यालय पर उप जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय में प्रस्तुत कर सकता है।
पुलिस की बढ़ी गश्त
जामा मस्जिद के सदर जफर अली को सोमवार को थाने में ले जाने से स्थिति एक बार फिर तनावपूर्ण हो गई है। जफर अली ने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पुलिस पर कई आरोप लगाए थे। तनाव की स्थिति को देखते हुए संभल में पुलिस की गश्त को और तेज कर दिया गया है।
नुकसान की वसूली
हिंसा के दौरान आगजनी और तोड़फोड़ से सरकारी संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन कराया जा रहा है। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि नुकसान का आकलन पूरा होने के बाद उपद्रवियों और मुचलकों में पाबंद लोगों से वसूली की जाएगी। पुलिस सभी वीडियो और फुटेज की बारीकी से जांच कर रही है और उपद्रवियों की पहचान करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। बवाल के दौरान जामा मस्जिद की छत से बनाये गए वीडियो में उपद्रवियों के चेहरे स्पष्ट रूप से दिख रहे हैं। पुलिस इस मामले में धरपकड़ के लिए 48 घंटे का अभियान चलाएगी।
मुकदमे और जांच
इस मामले में पुलिस ने सात मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें ढाई हजार से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज किए गए हैं।