सरकारी स्कूलों में 2015-16 से अतिथि शिक्षक एलटी और प्रवक्ता कैडर में दे रहे हैं सेवाएं
दिल्ली संवाददाता: उत्तराखंड के माध्यमिक स्कूलों में तैनात 1500 से अधिक अतिथि शिक्षकों की नौकरी संकट में पड़ गई है। दरअसल, उत्तराखंड में जल्द ही शिक्षा विभाग के अधीनस्थ सेवा चयन आयोग से चयनित 1554 एलटी कैडर शिक्षकों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू होने वाली है। स्थायी शिक्षक की तैनाती के दौरान स्कूलों में पूर्व से तैनात अस्थायी शिक्षकों को हटाने का प्रावधान है। अतिथि शिक्षकों को अस्थायी श्रेणी में रखा गया है, जिससे एलटी कैडर के स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति के बाद उनकी नौकरी खतरे में आ सकती है। इस बात से अतिथि शिक्षक काफी परेशान हैं, क्योंकि उनके समक्ष करियर का संकट खड़ा हो गया है। माध्यमिक अतिथि शिक्षक संघ ने मांग की है कि नई भर्ती में चयनित शिक्षकों को उन स्कूलों में तैनात किया जाए जहां पद रिक्त हैं, ताकि जिन स्कूलों में पहले से अतिथि शिक्षक तैनात हैं, वहां स्थायी शिक्षकों को नियुक्ति न दी जाए। अतिथि शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश कोरंगा ने कहा कि उत्तराखंड के सरकारी स्कूलों में 2015-16 से अतिथि शिक्षक एलटी और प्रवक्ता कैडर में सेवाएं दे रहे हैं। शिक्षा विभाग ने हाल ही में विज्ञान और कला विषय में भी अतिथि शिक्षकों की नियुक्ति की है, जिससे स्थायी शिक्षकों की नियुक्ति के बाद प्रभावित होने वाले अतिथि शिक्षकों के समायोजन का मामला और भी जटिल हो सकता है। उन्होंने सरकार से मांग की कि अतिथि शिक्षकों के लिए ठोस नीति बनाई जाए, ताकि उन्हें उचित स्थान पर समायोजित किया जा सके I
एडी माध्यमिक डॉ. मुकुल कुमार सती ने कहा कि एलटी कैडर में चयनित शिक्षकों के दस्तावेजों के सत्यापन के बाद शिक्षा विभाग को सूची सौंपेगा। उन्होंने यह भी बताया कि जिन अतिथि शिक्षकों को हटाया जाएगा, उन्हें दूसरे स्कूलों में समायोजित करने का प्रयास किया जाएगा। डॉ. सती ने आश्वस्त किया कि नियमित शिक्षकों की तैनाती से अतिथि शिक्षकों पर कोई संकट नहीं आने दिया जाएगा I अतिथि शिक्षकों का भविष्य अब सरकार के हाथों में है, और उन्होंने उम्मीद जताई है कि सरकार इस मामले में जल्द ठोस कदम उठाएगी, ताकि उनका समायोजन बिना किसी परेशानी के किया जा सके।