सुरक्षा बलों के मनोबल से राज्य में नक्सलियों पर दबाव बना
रायपुर,संवाददाता : छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ सुरक्षाबलों की ठोस कार्रवाई लगातार जारी है। इसी कड़ी में गरियाबंद जिले में हुई मुठभेड़ में दस नक्सलियों को मार गिराया गया। मारे गए नक्सलियों के पास से गोला-बारूद और हथियार भी बरामद हुए हैं, जो नक्सलियों के खिलाफ राज्य की पुलिस की रणनीति को साबित करते हैं। पुलिस को जंगलों में नक्सलियों की गतिविधियों की जानकारी मिली, जिसके बाद उनकी घेराबंदी कर इस ऑपरेशन को सफल बनाया गया। इस घटना से न केवल नक्सलियों की ताकत को चोट पहुंची है, बल्कि राज्य में सुरक्षा की स्थिति भी मजबूत हुई है। पुलिस ने इस कार्रवाई को राज्य में शांति बनाए रखने के महत्वपूर्ण कदम के रूप में बताया।
2025 में अब तक छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ कई सफल कार्रवाइयां हुई हैं। साल के शुरूवात से ही अब तक कुल 45 नक्सली मारे जा चुके हैं, जो नक्सलवाद के खात्मे के लिए चलाए जा रहे अभियानों की ताकत को दर्शाता है। हाल की कुछ प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं:
- 2 जनवरी 2025 – बीजापुर में 5 नक्सली मारे गए।
- 3 जनवरी 2025 – गरियाबंद के कांडेसर इलाके में 3 नक्सली ढेर हुए।
- 5 जनवरी 2025 – अबूझमाड़, नारायणपुर में 5 नक्सली मारे गए।
- 16 जनवरी 2025 – बीजापुर-सुकमा बॉर्डर पर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ में 20 नक्सली मारे गए।
हालांकि, इस संघर्ष में पुलिस बलों को भी भारी कीमत चुकानी पड़ी है, जैसा कि 6 जनवरी को हुए ब्लास्ट में देखा गया, जिसमें आठ डीआरजी जवान शहीद हो गए।
2024 में नक्सलियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन
2024 में भी छत्तीसगढ़ में कई बड़े ऑपरेशन हुए थे, जिनमें सुरक्षा बलों ने महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की। इन ऑपरेशनों में कई नक्सलियों को ढेर किया गया। कुछ प्रमुख घटनाएं इस प्रकार थीं:
- 12 दिसंबर 2024 – अबूझमाड़, नारायणपुर में 7 नक्सली मारे गए।
- 22 नवंबर 2024 – भेज्जी, कोंटा में 10 नक्सली ढेर हुए।
- 4 अक्टूबर 2024 – थुलथुली, दंतेवाड़ा में 38 नक्सली मारे गए।
- 30 अप्रैल 2024 – टेकमेटा, नारायणपुर में 10 नक्सली ढेर हुए।