सरगना गजेंद्र से लिये थे रुपये, असली के बदले तीन गुना में देता था नकली नोट
सीतापुर,संवाददाता : जाली नोट छापकर देश के कई राज्यों में तस्करी करने वाले गिरोह का एक और सदस्य शनिवार को सीतापुर से गिरफ्तार किया गया। एटीएस की टीम ने सीतापुर के सिधौली स्थित गांधी नगर में छापा मारकर आरोपी को दबोचा। उसके पास से 1,05,000 रुपये जाली भारतीय मुद्रा बरामद किया। पकड़े गये युवक का कनेक्शन हापुड़ के पिलखुआ से पकड़े गये गजेंद्र यादव के गिरोह से है। गजेंद्र से जाली नोट लेकर बेचता था।
एटीएस के अधिकारी के मुताबिक छापेमारी में सीतापुर के सिधौली स्थित गांधीनगर के अनस अहमद को अहमदपुर से पकड़ा गया। उसके पास से 1,05,000 रुपये जाली भारतीय मुद्रा बरामद किया गया। एटीएस अधिकारियों की पूछताछ में सामने आया कि अनस बागपत निवासी रेलवे कर्मचारी गजेंद्र यादव के गिरोह के लिए काम करता है। गजेंद्र ने ही उसे जाली नोट बेचने के लिए दिये थे। एटीएस की टीम ने अनस के पास से 500 के 22, 200 के 94 और 100 रुपये के 8 नोट बरामद किये। इसके अलावा ए4साइज के 70 शीट थ्रेड पेपर जिस पर 200 रुपये और 46 शीट जिस पर 100 रुपये के जाली नोट छपे बरामद किया।
असली के बदले मिलता है तीन गुना नकली नोट
पूछताछ में अनस ने कुबूल किया गजेंद्र उसे नकली नोट की आपूर्ति करता था। वही ग्राहक भी ऑन लाइन तलाश कर डिलीवरी करने के लिए निर्देश देता था। 1000 रुपये असली नोट के बदले में 3000 रुपये के नकली नोट दिये जाते थे। उनके निशाने पर ग्रामीण इलाके के कारोबारी व दुकानदार होते थे। जहां आसानी से नकली नोट चल जाते। एटीएस इस गिरोह नकली नोट के सबसे बड़े सेंटर मुर्शीदाबाद से कनेक्शन खंगालने में जुटी है। वहीं आरोपियों के पास से मिले मोबाइल के नंबरों की डिटेल निकाली जा रही है। ताकि इसका पता लगाया जा सके कि कौन-कौन और किन जिलों में गिरोह के लोग नकली नोट की आपूर्ति करते हैं।