बीजे मेडिकल कॉलेज में जुटाए जा रहे परिजनों के डीएनए नमूने
अहमदाबाद,संवाददाता : गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। बोइंग 787 ड्रीमलाइनर (AI171) विमान के दुर्घटनाग्रस्त हो जाने से अब तक 265 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हादसे में जान गंवाने वालों में से अब तक केवल छह लोगों की शिनाख्त की जा सकी है। हादसे के बाद सभी शवों को पोस्टमार्टम के लिए अहमदाबाद सिविल अस्पताल भेजा गया था। सीनियर निरीक्षक चिराग गोसाई ने जानकारी दी कि अधिकांश शव इतनी बुरी तरह झुलस चुके हैं कि उनकी पहचान कर पाना संभव नहीं हो पा रहा है। शिनाख्त के लिए अब डीएनए मिलान प्रक्रिया अपनाई जा रही है।
“हमने छह शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया है। शेष की पहचान डीएनए जांच के माध्यम से की जाएगी,”
— निरीक्षक चिराग गोसाई
अब तक 215 परिवारों ने दिए डीएनए नमूने
पोस्टमार्टम कक्ष के प्रभारी गोसाई ने बताया कि अब तक 215 मृतकों के परिजनों ने अपने डीएनए नमूने देने की सहमति जताई है। इन नमूनों को बी.जे. मेडिकल कॉलेज भेजा गया है, जहाँ मिलान की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया में करीब 72 घंटे लग सकते हैं। मिलान पूरा होते ही शव परिजनों को सौंप दिए जाएंगे।
कैसे हुआ हादसा?
गुरुवार दोपहर को सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद, AI171 विमान अहमदाबाद के मेघाणी नगर क्षेत्र में स्थित एक मेडिकल कॉलेज परिसर पर आकर गिर गया। विमान में गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, कुल 242 यात्री, और चालक दल के 10 सदस्य सवार थे। इस भयावह दुर्घटना में केवल एक यात्री जीवित बच पाया है, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हादसे के दौरान हवाई अड्डे के बाहर मौजूद बी.जे. मेडिकल कॉलेज परिसर में भी जान-माल का भारी नुकसान हुआ, जिसमें चार एमबीबीएस छात्र और एक चिकित्सक की पत्नी की भी मृत्यु हो गई।
हादसे की मुख्य बातें:
- कुल मृतक: 265
- अब तक शिनाख्त: 6 शव
- जीवित बचे यात्री: 1
- डीएनए नमूने लिए गए: 215 परिवार
- पायलट और चालक दल: 10 में से कोई नहीं बचा
- पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का भी विमान में होना दर्ज