ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत-पाक तनाव में कमी, सीमा पर लौटी शांति
नई दिल्ली,संवाददाता : भारत द्वारा हाल ही में चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच पैदा हुए गंभीर तनाव में अब धीरे-धीरे शांति का माहौल लौटने लगा है। दोनों देशों के बीच बीते सप्ताह लगातार गोलाबारी और मिसाइल हमलों की खबरें आ रही थीं, जिसने हालात को अत्यंत संवेदनशील बना दिया था।
इस स्थिति को देखते हुए शनिवार को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मध्यस्थता करते हुए हस्तक्षेप किया और दोनों देशों के बीच सीजफायर करवा दिया। हालांकि रविवार की रात एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर गोलीबारी और धमाकों की आवाजें सुनाई दीं। ड्रोन गतिविधियों की पुष्टि भी हुई, जिससे सीमावर्ती क्षेत्रों में नागरिकों के बीच भय का माहौल बना रहा।
सोमवार की रात रही शांतिपूर्ण: सेना की पुष्टि
भारतीय सेना ने मंगलवार सुबह अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से जानकारी साझा की कि सोमवार की रात जम्मू-कश्मीर और अन्य सीमावर्ती क्षेत्रों में किसी भी तरह की गोलीबारी या संघर्ष की कोई घटना दर्ज नहीं की गई। यह पिछले कई तनावपूर्ण दिनों के बाद पहली शांतिपूर्ण रात रही। सेना के अनुसार, राजस्थान और पंजाब की सीमाओं पर भी स्थिति नियंत्रण में रही और किसी प्रकार की हलचल नहीं हुई। भारतीय सेना ने कहा कि वह अब भी सतर्क निगरानी बनाए हुए है।
सलाल बांध की गतिविधि से बढ़ी निगरानी
जम्मू और कश्मीर की चेनाब नदी पर स्थित सलाल बांध के एक गेट के खुले होने की जानकारी भी सामने आई है, जिससे सुरक्षा एजेंसियों ने विशेष निगरानी बढ़ा दी है। हालाँकि, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है।
तीनों सेनाओं के डीजीएमओ करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना के महानिदेशक सैन्य संचालन (डीजीएमओ) आज एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस करने जा रहे हैं, जिसमें सीमा की वर्तमान स्थिति और आगे की रणनीति पर जानकारी दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, सरकार द्वारा ऑपरेशन सिंदूर के बाद उठाए गए क़दमों की समीक्षा भी की जाएगी।
संसदीय सत्र की मांग
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि, “हमने सरकार से मांग की है कि इस स्थिति और आगे की संभावित कार्रवाई पर चर्चा के लिए संसदीय सत्र बुलाया जाए। युद्ध को टालना एक सही कदम रहा और हम देश की सुरक्षा के हर प्रयास में सरकार का समर्थन करते हैं।”