डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की क्यूआरटी गठित करने के निर्देश
लखनऊ,संवाददाता : पाकिस्तान के साथ उत्पन्न हुए संभावित तनावपूर्ण हालात को ध्यान में रखते हुए राजधानी लखनऊ सहित आसपास के चिकित्सा संस्थानों को अलर्ट जारी किया गया है। शासन के निर्देश पर सरकारी और निजी दोनों प्रकार के अस्पतालों में बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। साथ ही डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की क्विक रिस्पांस टीम (QRT) गठित करने के निर्देश भी जारी किए गए हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. एनबी सिंह ने बताया कि आपात स्थिति से निपटने हेतु सभी अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि एनस्थीसिया, सर्जरी, हृदय रोग, हड्डी रोग, मेडिसिन, स्त्री रोग, न्यूरोलॉजी सहित अन्य विभागों के विशेषज्ञ डॉक्टरों की क्यूआरटी टीम बनाने के आदेश दिए गए हैं।
20,000 से अधिक बेड की व्यवस्था
राजधानी लखनऊ में स्थित एसजीपीजीआई, केजीएमयू, लोहिया, बलरामपुर, सिविल, डफरिन, झलकारीबाई, राम सागर मिश्र, रानी लक्ष्मीबाई, लोकबंधु, महानगर भाऊराव देवरस, ठाकुरगंज संयुक्त चिकित्सालय सहित लगभग 1200 से अधिक निजी अस्पताल अलर्ट पर रखे गए हैं। इन अस्पतालों और ग्रामीण क्षेत्र के सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में मिलाकर करीब 20,000 जनरल व आईसीयू-वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं।
जरूरी दवाइयों व जांच संसाधनों को किया गया आरक्षित
सीएमओ ने सभी संस्थानों को आवश्यक दवाइयों, उपकरणों और जांच सुविधाओं को भी आरक्षित रखने के निर्देश दिए हैं, जिससे किसी भी आकस्मिक स्थिति में तुरंत इलाज शुरू किया जा सके।
केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर तैयार
केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्रेमराज सिंह ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर उत्तर भारत में आपातकालीन स्थिति से निपटने में पूरी तरह सक्षम है। यहां घायलों के इलाज के लिए पर्याप्त दवाइयों, उपकरणों और अन्य संसाधनों का भंडारण सुनिश्चित किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार द्वारा जारी सभी दिशा-निर्देशों का पूरी तरह से पालन किया जाएगा।