मणिपुर में पिछले साल मई से जारी हिंसा ने 180 से ज़्यादा लोगों की ले ली है जान
नई दिल्ली,संवाददाता : मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर विपक्ष लगातार केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमलावर है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक बार फिर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि मणिपुर में हिंसा के बावजूद पीएम मोदी ने वहां का दौरा क्यों नहीं किया। कांग्रेस नेता ने सोशल मीडिया पर लिखा, “प्रधानमंत्री मोदी मणिपुर क्यों नहीं जा सकते और वहां क्यों नहीं यही बात कह सकते? पीएम मोदी ने जानबूझकर 4 मई, 2023 के बाद से राज्य का दौरा करने से परहेज किया, जबकि वे देश और दुनिया भर में यात्रा कर रहे हैं। मणिपुर के लोग इस उपेक्षा को नहीं समझ सकते।” वहीं, मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि मणिपुर की मौजूदा स्थिति के लिए कांग्रेस खुद जिम्मेदार है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लंबी पोस्ट शेयर कर कहा कि मणिपुर में अशांति का कारण कांग्रेस के पुराने फैसले हैं। सीएम ने विशेष रूप से मणिपुर में बर्मी शरणार्थियों को बसाने और म्यांमार स्थित उग्रवादियों के साथ किए गए एसओओ समझौते का जिक्र किया, जो उन्होंने आरोप लगाया कि पी चिदंबरम के गृह मंत्री रहते हुए किया गया था।
मणिपुर में पिछले साल मई से जारी हिंसा ने 180 से ज़्यादा लोगों की जान ले ली है। हिंसा का कारण मैती समुदाय द्वारा अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की मांग और आदिवासी कुकी समुदाय द्वारा इसका विरोध था। सीएम बीरेन ने कांग्रेस से सवाल किया कि जब 1992-93 में पूर्वोत्तर राज्य में अशांति फैली थी, तो पूर्व प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने उस समय राज्य का दौरा क्यों नहीं किया? मणिपुर की स्थिति पर बढ़ते विवाद के बीच राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जबकि राज्य में शांति की कोशिशें जारी हैं।