सत्ता में रहने के बावजूद आप जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं कर सकी
नई दिल्ली,संवाददाता : दिल्ली की राजनीति में शनिवार को बड़ा राजनीतिक उलटफेर हुआ, जब आम आदमी पार्टी (AAP) के 15 निगम पार्षदों ने सामूहिक रूप से पार्टी छोड़ दी और एक नए राजनीतिक दल – ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ – के गठन की घोषणा की। इस घटनाक्रम ने न केवल दिल्ली नगर निगम की राजनीति को हिला दिया है, बल्कि आम आदमी पार्टी के लिए भी एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
इस्तीफा देने वाले पार्षदों ने शनिवार को एक बैठक में पूर्व पार्षद मुकेश गोयल को ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ का नेता घोषित किया। पार्षदों का कहना है कि यह पार्टी दिल्ली के विकास को प्राथमिक एजेंडा बनाएगी और जो भी दल राजधानी के विकास के लिए काम करेगा, उसे सहयोग देने के लिए तैयार रहेगी। इस्तीफा देने वाले पार्षदों ने AAP के शीर्ष नेतृत्व पर संगठनात्मक विफलता और पारदर्शिता की कमी के गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना है कि दो साल तक निगम में सत्ता में रहने के बावजूद आम आदमी पार्टी जनता से किए गए वादों को पूरा नहीं कर सकी।
पार्षद हिमानी जैन ने कहा,
“हमने नई पार्टी बनाई है क्योंकि पिछले ढाई साल में निगम में कोई ठोस काम नहीं हो सका। AAP सिर्फ लड़ाई-झगड़े में उलझी रही। हम दिल्ली की जनता से किए गए वादों को निभा नहीं सके, इसलिए हमने नई राह चुनी है।”
बैठक और नेतृत्व:
17 मई को बुलाई गई इस बैठक की अध्यक्षता हेमवंद गोयल ने की, जिसमें 13 पार्षदों ने औपचारिक रूप से मुकेश गोयल के नेतृत्व पर सहमति जताई।
पार्षदों का दावा है कि आने वाले दिनों में और भी निर्वाचित प्रतिनिधि इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी से जुड़ सकते हैं। इस्तीफा देने वालों में हिमानी जैन, देवेंद्र कुमार, राजेश कुमार लाडी, सुमन अनिल राणा और दिनेश भारद्वाज जैसे जाने-पहचाने नाम शामिल हैं, जो 2022 के निगम चुनाव में AAP के टिकट पर जीतकर आए थे।