कृषि मंत्री तीन दिवसीय महोत्सव के समापन कार्यक्रम में पहुंचे
लखनऊ: फलों के राजा आम की मांग अब सिर्फ प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश के साथ विदेश भी बढ़ गई है। प्रदेश के आम की मांग सबसे अधिक विदेशाें में है। यही वजह है कि तीन दिवसीय आम महोत्सव के समापन के अवसर पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही पहुंचे और प्रदेश सरकार की जमकर तारीफ की।
मुख्य अतिथि ने कहा कि योगी सरकार के नेतृत्व में उद्यान विभाग नई ऊंचाई छू रहा है। प्रदेश का आम आज देश में ही नहीं विदेशों में भी भेजा जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसानों को फसल का उचित दाम मिले, इसके लिए केंद्र और प्रदेश सरकार द्वारा अनेक योजनाएं चलाईं जा रही हैं। निर्यात को बढ़ाने के लिए विश्वस्तरीय पैक हाउस, ट्रीटमेंट सेंटर व आधुनिक टेस्टिंग सेन्टर की स्थापना की गई है। पैक हाउस के माध्यम से किसानों के उत्पादों का ट्रीटमेंट, पैकिंग और सुरक्षित रखते हुए विदेशी बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। विदेशों में प्रदेश के किसानों के उत्पादों की डिमांड ज्यादा हो इसके लिए हमें अपने उत्पादों की देखरेख और गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। आम महोत्सव जैसे आयोजन किसानों को उनके उत्पादों में सुधार करने में मील का पत्थर साबित हो सकती है।
प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार तथा कृषि निर्यात राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री दिनेश प्रताप सिंह ने कहा कि जिस प्रकार वर्ष 2023 में निर्यात को प्रोत्साहित करने हेतु उद्यान विभाग एवं प्रगतिशील बागवानों का प्रतिनिधि मण्डल मास्को, रूस भेजा गया था उसी प्रकार इस वर्ष भी एक प्रतिनिधि मण्डल यूक्रेन भेजा जायेगा। उन्होंने किसानों के आय में वृद्धि के लिये अधिक से अधिक निर्यात पर जोर दिया। रूस में आयोजित आमरस-2023 कार्यक्रम की सफलता का जिक्र करते हुए बताया कि रूस में प्रदेश के आम की निरन्तर मांग बनी हुई है। प्रदेश में बिकने वाला 80-90 रूपये प्रति किलो के आम का रूस में मूल्य 800-900 रूपये प्रति किलो तक प्राप्त हो जाता है, जो किसानों की आय एवं समृद्धि बढ़ाने में मददगार है।
आम महोत्सव में मंत्री सूर्य प्रताप शाही व मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने पुरस्कार वितरण कर विजेताओं को सम्मानित किया। आम के विभिन्न प्रजातियों की सात श्रेणियों में एवं 46 वर्गों की प्रतियोगिता में 41 विजेताओं को सम्मान मिला।प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 115 पुरस्कार व आम आधारित संरक्षित उत्पादों की प्रतियोगिता के 11 वर्गों के 19 विजेताओं द्वारा प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय श्रेणी के कुल 19 पुरस्कार मिले। आम के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श के विजेता श्री अब्दुल सलीम, मलिहाबाद, लखनऊ को अरूणिका प्रजाति के प्रदर्श प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्श का पुरस्कार तथा आम की विभिन्न किस्मों में 09 पुरस्कार प्रदान किये गये। महोत्सव के अवसर पर सर्वाधिक 17 पुरस्कार श्री इकबाल अहमद, मलिहाबाद, लखनऊ तथा एस0सी0 शुक्ला, गोमतीनगर, लखनऊ द्वारा 13 पुरस्कार प्राप्त किये हैं। प्रदेश में आम की सुप्रसिद्ध दशहरी, लंगड़ा, चौंसा, गौरजीत, लखनऊ सफेदा, रटौल, आम्रपाली प्रजातियों के साथ-साथ टॉमी एटकिन्स, सन्सेशन, अरूणिका आदि रंगीन प्रजातियां भी आकर्षण का केन्द्र रही। उप्र आम महोत्सव-2024 के अन्तिम दिवस में किसानों, उद्यमियों, महिला स्वयं सहायता समूहों, छात्रों के समक्ष खाद्य प्रसंस्करण के महत्व एवं रोजगार सृजन में योगदान विषय पर तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया। सत्र में विषय विशेषज्ञों द्वारा टेस्टिंग, फूड सेफ्टी, मूल्य सम्वर्धन, पैकेजिंग पर, अर्धप्रसंस्करण, आम के उत्पाद प्रसंस्करण एवं प्रोडक्ट टेस्टिंग विषयों पर विस्तृत चर्चा की गयी। समापन के अवसर पर विधान परिषद सदस्य श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला पंचायत अध्यक्ष रायबरेली, श्रीमती वन्दना चौधरी, अपर मुख्य सचिव उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण बी0एल0 मीणा, कृषि निदेशक एवं निदेशक उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग तथा अन्य वरिष्ठ विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।