कृषि विभाग के अनुसार, 18 अगस्त 2024 तक जहां 36.76 लाख मीट्रिक टन खाद की बिक्री हुई थी
लखनऊ, संवाददाता : उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों से अपील की है कि वे आवश्यकता से अधिक उर्वरक (खाद) का भंडारण न करें। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है, किसान जितनी जरूरत हो उतनी ही मात्रा में खाद खरीदें। उन्होंने उर्वरकों की ओवररेटिंग और कालाबाजारी करने वालों को सख्त चेतावनी भी दी। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे जनपदों में नियमित निरीक्षण करें, किसानों से संवाद स्थापित करें और शिकायतों का तत्काल समाधान करें। हर जनपद में शिकायत प्रकोष्ठ सक्रिय है, जिससे किसी भी समस्या की जानकारी दी जा सकती है।
खरीफ सत्र 2025 में अब तक रिकॉर्ड खाद बिक्री
कृषि विभाग के अनुसार, 18 अगस्त 2024 तक जहां 36.76 लाख मीट्रिक टन खाद की बिक्री हुई थी, वहीं इस वर्ष अब तक 42.64 लाख मीट्रिक टन खाद बिक चुकी है, जो पिछले साल की तुलना में 16.04% अधिक है।
खाद वितरण का आंकड़ा इस प्रकार है:
उर्वरक | 2024 में वितरण (लाख मी. टन) | 2025 में वितरण (लाख मी. टन) |
---|---|---|
यूरिया | 27.25 | 31.62 |
डीएपी | 5.28 | 5.38 |
एनपीके | 2.07 | 2.39 |
एमओपी | 0.25 | 0.46 |
एसएसपी | 1.91 | 2.79 |
उर्वरक की मौजूदा उपलब्धता (18 अगस्त तक):
- यूरिया: 37.70 लाख मी. टन में से 31.62 लाख मी. टन की बिक्री
- डीएपी: 9.25 लाख मी. टन में से 5.38 लाख मी. टन की बिक्री
- एनपीके: 5.40 लाख मी. टन में से 2.39 लाख मी. टन की बिक्री
खरीफ फसलों की बुवाई पूर्ण
प्रदेश में खरीफ सत्र की मुख्य फसल – धान की बुवाई पूरी हो चुकी है। इस समय टॉप ड्रेसिंग के लिए रोज़ाना औसतन 49,564 मीट्रिक टन यूरिया की खपत हो रही है।