बीसीसीआई को किया फोन, कहा कि मैं नेतृत्व की भूमिका में नहीं देखा जाना चाहता
दिल्ली,संवाददाता : भारतीय स्पीड स्टार जसप्रीत बुमराह ने इंग्लैंड दौरे के लिए टीम इंडिया का कप्तान बनाए जाने को लेकर आखिरकार चुप्पी तोड़ ही दी है। हाल ही में उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि अजीत अगरकर की अध्यक्षता वाली भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की चयन समिति के लिए वह कप्तान के तौर पर पहली पसंद थे, लेकिन वर्कलोड मैनेजमेंट के चलते उन्हें इसे ठुकराना पड़ा। इसके चलते रोहित शर्मा के संन्यास के बाद शुभमन गिल को कप्तान बनाया गया और ऋषभ पंत को उप-कप्तान की जिम्मेदारी दी गई। पूर्व भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक के साथ एक इंटरव्यू में जसप्रीत बुमराह ने यह बात कही।
जसप्रीत बुमराह ने बताया कि आईपीएल के दौरान रोहित शर्मा और विराट कोहली के रिटायर होने से पहले मैंने बीसीसीआई से पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में अपने वर्कलोड के बारे में बात की थी। मैंने उन लोगों से बात की, जिन्होंने मेरी पीठ का इलाज किया है। मैंने सर्जन से भी बात की है, जिन्होंने हमेशा मुझसे कहा है कि आपको वर्कलोड के बारे में कितना सतर्क रहना है। इसलिए फिर हम इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि मुझे थोड़ा सतर्क होना होगा। मैंने बीसीसीआई को फोन किया और कहा कि मैं नेतृत्व की भूमिका में नहीं देखा जाना चाहता, क्योंकि मैं पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में सभी टेस्ट मैच नहीं दे पाऊंगा।
भारतीय तेज गेंदबाज ने यह भी कहा कि हां, बीसीसीआई टीम इंडिया के नेतृत्व के लिए मेरी ओर देख रहा था। हालांकि फिर मुझे कहना पड़ा कि नहीं, यह टीम के लिए भी उचित नहीं है। आप जानते हैं कि पांच टेस्ट मैचों की सीरीज में तीन मैचों की कप्तानी कोई और कर रहा है, दो मैचों की कप्तानी कोई और कर रहा है। यह टीम के लिए उचित नहीं है। मैं हमेशा टीम को पहले रखना चाहता था।