ऑपरेशन सिंदूर पर गरमाई सियासत, राहुल के बयान पर आगबबूला हुए सुधांशु
नई दिल्ली,संवाददाता : भारतीय सेना के सफल ऑपरेशन सिंदूर के बाद अब राजनीति का मैदान गर्म हो गया है। कांग्रेस और भाजपा के बीच तीखी बयानबाज़ी शुरू हो चुकी है। इस सियासी जंग की चिंगारी तब भड़की जब राहुल गांधी ने एक जनसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के “इशारे” पर “जी हुजूर” कहकर सीजफायर करने का आरोप लगाया।
भाजपा का पलटवार: “राहुल गांधी की मानसिकता खतरनाक”
भाजपा सांसद डॉ. सुधांशु त्रिवेदी ने राहुल गांधी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा,
“राहुल गांधी का बयान न केवल घटिया है, बल्कि उनकी गंभीरता और परिपक्वता की कमी को भी दर्शाता है। उन्होंने सेना के बलिदान को ‘आत्मसमर्पण’ बताकर उसका अपमान किया है।”
त्रिवेदी ने कहा,
“भारत ने 1971 में 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों को सरेंडर कराया, फिर भी कांग्रेस POK को क्यों नहीं वापस लाई?”
उन्होंने राहुल के पुराने बयानों का हवाला देते हुए उन्हें “आत्मसमर्पण की संस्कृति” का प्रतीक बताया।
राहुल गांधी का पलटवार: “हम झुकते नहीं, BJP झुकती है”
भोपाल में पार्टी कार्यक्रम के दौरान राहुल गांधी ने कहा:
“ट्रंप का फोन आया और नरेंद्र मोदी जी ने तुरंत सरेंडर कर लिया। ये BJP-RSS का चरित्र है — ये हमेशा झुकते हैं।”
उन्होंने आगे कहा,
“भारत ने 1971 में अमेरिका की धमकी के बावजूद पाकिस्तान को तोड़ा था। कांग्रेस के बब्बर शेर और शेरनियां सुपरपावर से लड़ते हैं, कभी नहीं झुकते।”
सेना पर बयानबाज़ी: देश में नाराजगी
राजनीति विशेषज्ञों और पूर्व सैन्य अधिकारियों ने दोनों दलों से सेना को सियासी बहस में घसीटने से बचने की अपील की है। ऑपरेशन सिंदूर की सफलता की पुष्टि सेना द्वारा की गई थी, न कि किसी राजनीतिक दल द्वारा — यह बात भाजपा ने दोहराई।