भारत पाकिस्तान को सिंधु, झेलम और चिनाब जैसी नदियों से पानी देता रहा है
नई दिल्ली,संवाददाता : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भयावह आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त रुख अपनाते हुए एक बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने सिंधु जल समझौता को रद्द करते हुए पाकिस्तान को मिलने वाला पानी रोकने की घोषणा की है। इस फैसले से पाकिस्तान में हड़कंप मच गया है, क्योंकि इससे देश में जल संकट गहरा सकता है।
हमले में 26 की मौत, TRF पर शक:
पहलगाम हमले में 26 लोगों की जान गई और 20 से अधिक घायल हुए। बताया जा रहा है कि आतंकियों ने धर्म पूछकर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया। हमले की जिम्मेदारी पहले द रेसिस्टेन्स फ्रंट ने ली थी, जिसे लश्कर-ए-तैयबा से जोड़ा जा रहा है। हालांकि बाद में TRF ने यू-टर्न लेते हुए किसी भी भूमिका से इनकार किया।
भारत का कड़ा फैसला:
भारत ने सिंधु जल समझौता तोड़कर पाकिस्तान को मिलने वाला सिंधु नदी का पानी रोकने का फैसला लिया है। यह 1960 में हुआ समझौता था, जिसके तहत भारत पाकिस्तान को सिंधु, झेलम और चिनाब जैसी नदियों से पानी देता रहा है।
विपक्ष और जन समर्थन, पर टिकैत का विरोध:
सरकार के इस फैसले को विपक्षी दलों का भी समर्थन मिल रहा है। हालांकि भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने विरोध जताते हुए कहा, किसान चाहे भारत के हों या पाकिस्तान के, खेती के लिए पानी सबको चाहिए। पानी रोकने से आतंकवाद नहीं रुकेगा। सभी पाकिस्तानी आतंकी नहीं हैं।” टिकैत ने यह भी आरोप लगाया कि आतंकी हमले के लिए सरकार भी जिम्मेदार है क्योंकि सेना में कटौती की गई है।