प्राण प्रतिष्ठा के बाद आरोपी को आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए किया गया था ब्रेनवॉश
अयोध्या,संवाददाता : मिल्कीपुर में दुकान चलाने वाला अब्दुल रहमान राम मंदिर की लंबे समय से रेकी कर रहा था। गुजरात एटीएस के हत्थे चढ़े अब्दुल ने खुलासा किया कि मंदिर को उड़ाने की साजिश आतंकी संगठनों ने रची थी। इस खुलासे के बाद यूपी एटीएस सक्रिय हो गई थी। मंगलवार को एटीएस टीम अयोध्या के मजनाई बाजार पहुंची और जानकारी जुटाई।
अब्दुल के नेटवर्क को खंगालने के लिए एटीएस की कई टीमों ने लखनऊ, अयोध्या, बलिया, आजमगढ़ और मऊ सहित कई जिलों में रेड की। बलिया में सुखपुरा, मनियर, रसड़ा, सिकंदरपुर, गड़वार सहित 6 थाना क्षेत्रों में एटीएस ने छापेमारी की और दर्जनभर संदिग्धों से पूछताछ की। इनमें से तीन युवकों को अपने साथ ले गई। आईएस के इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रोविंस मॉड्यूल से जुड़ा अब्दुल रहमान नाम बदलकर साजिश रच रहा था। उसने वीडियो कॉल पर ट्रेनिंग ली थी। एजेंसियां दिल्ली प्रवास के दौरान निजामुद्दीन इलाके में उसके संपर्क में आने वाले अन्य संदिग्धों को तलाश रही हैं।
फरीदाबाद में संदिग्ध अब्दुल रहमान के ठहरने की जगह और आसपास एटीएस टीम ने छानबीन की। जिस कमरे में वह किराए पर था, उसके मालिक से पूछताछ की। टीम ने उस कमरे और आसपास की जगहों की फोटोग्राफी भी की। पाली से गिरफ्तार संदिग्ध आतंकी अब्दुल रहमान के फरीदाबाद पहुंचने का राज सीसीटीवी कैमरा खोलेगा। जांच में जुटी गुजरात एटीएस और पलवल एसटीएफ की टीम अयोध्या कैंट रेलवे स्टेशन, नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के अलावा पाली में मौका स्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज खंगाल रही है। पूछताछ में यह बात भी सामने आई है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आरोपी को आतंकी घटना को अंजाम देने के लिए उसका ब्रेनवॉश किया गया था। सुरक्षा एजेंसियां राम मंदिर और आसपास के सीसीटीवी कैमरे की फुटेज भी खंगाल रही हैं। पता किया जा रहा है कि मंदिर की रेकी के अलावा वह कहां-कहां गया और उसके साथ कौन-कौन मौजूद था।अयोध्या में हमले की साजिश का खुलासा होने के बाद राम मंदिर की सुरक्षा के मद्देनजर बनाए गए रेड और येलो जोन में तैनात सुरक्षा एजेंसियां अतिरिक्त सतर्क हो गई हैं। पूरे रामधाम में अधिकारियों ने फिर सुरक्षा बंदोबस्त की समीक्षा की है।