बागेश्वर बाबा ने किया आचार्यों से आह्वान, मंदिरों में दलितों और आदिवासियों को पुजारी बनाने की अपील
नई दिल्ली: बागेश्वर बाबा के नाम से प्रसिद्ध धीरेंद्र शास्त्री ने हाल ही में एक महत्वपूर्ण बयान दिया, जिसमें उन्होंने हिंदू मंदिरों में दलितों और आदिवासी समुदाय के लोगों को पुजारी के रूप में जगह देने की वकालत की। उनका मानना है कि यह कदम न केवल समाज में समरसता को बढ़ावा देगा, बल्कि धर्म की एकता को भी साकार करेगा।
दलितों और आदिवासियों को पुजारी बनाने की अपील
बागेश्वर बाबा ने सभी शंकराचार्यों और आचार्यों से अपील की है कि वे मंदिरों में दलितों और नीची जातियों को पुजारी बनाने की व्यवस्था पर विचार करें। उनका कहना है कि हिंदू धर्म में कोई भी जाति या वर्ग पीछे नहीं होना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि यदि हम सभी हिंदू हैं, तो सभी को पुजारी बनने का समान अधिकार मिलना चाहिए।
समाज में समरसता की आवश्यकता
बागेश्वर बाबा ने कहा, “हमारी यह प्रार्थना है कि शंकराचार्य और आचार्य इस व्यवस्था को लागू करने की दिशा में कदम बढ़ाएं। इसका उद्देश्य समाज में समानता और समरसता को बढ़ावा देना है।” उनका मानना है कि मंदिरों में किसी भी जाति या वर्ग के व्यक्ति को पूजा-अर्चना करने का अधिकार मिलना चाहिए, ताकि समाज में भेदभाव खत्म हो सके।
धर्म की एकता की ओर कदम
धीरेंद्र शास्त्री ने इस बात को भी दोहराया कि जब सभी लोग हिंदू हैं, तो मंदिरों में भी किसी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए। उनका यह कदम धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह समाज में समानता, भाईचारे और एकता को बढ़ावा देगा।
नवीन दिशा में बदलाव का संकेत
बागेश्वर बाबा का यह बयान समाज में एक नई दिशा की ओर इशारा करता है। उन्होंने हिंदू धर्म में सभी जातियों और वर्गों के लोगों को समान अधिकार देने की बात की है और यह संदेश दिया है कि धर्म के मार्ग पर चलते हुए किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं होना चाहिए।