लालबाग से नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी हजरतगंज की ओर कूच कर गए
लखनऊ,संवाददाता : सपा सांसद रामजी लाल सुमन द्वारा राणा सांगा पर की गई अमर्यादित टिप्पणी के विरोध में शनिवार को राजधानी लखनऊ में क्षत्रिय संगठनों ने जबरदस्त प्रदर्शन किया। बिना अनुमति के अटल चौक पर जुटे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने हिरासत में लेकर इको गार्डन धरना स्थल भेजा। कई नेताओं को घरों में नजरबंद कर दिया गया।
करणी सेना, राजपूत महासभा, क्षत्रिय महासभा समेत कई संगठनों ने सांसद सुमन के खिलाफ 12 अप्रैल को विरोध प्रदर्शन का ऐलान किया था। इसे देखते हुए पुलिस ने शुक्रवार रात से ही तैयारी शुरू कर दी थी। शनिवार सुबह हजरतगंज चौराहे पर भारी पुलिस बल, एलआईयू और पीएसी तैनात रही। दोपहर में अखिल भारतीय क्षत्रिय कल्याण परिषद के बैनर तले यशपाल सिंह (राष्ट्रीय अध्यक्ष), आरपी सिंह (उपाध्यक्ष), रणजीत सिंह और रमेश सिंह के नेतृत्व में लालबाग से नारेबाजी करते हुए प्रदर्शनकारी हजरतगंज की ओर कूच कर गए।
मौके पर पहुंचे एसीपी विकास जायसवाल ने प्रदर्शनकारियों को शांत कराया और उनकी मांगों से जुड़ा ज्ञापन प्राप्त किया गया। ज्ञापन में रामजी लाल सुमन पर कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है। संगठनों ने चेतावनी दी कि अगर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। बिना अनुमति प्रदर्शन करने पहुंचे अमन त्रिपाठी, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अभिषेक सिंह, कृष्ण प्रताप सिंह समेत करीब 18 लोगों को हिरासत में लिया गया। बाद में उन्हें इको गार्डन धरना स्थल भेज दिया गया। उधर, हसनगंज और मदेयगंज थानाक्षेत्रों में भी पुलिस ने सतर्कता बरतते हुए कई क्षत्रिय नेताओं को नजरबंद कर दिया। इनमें हर्षवर्धन सिंह, उत्तम यादव और प्रिंस पांडेय शामिल रहे। करणी सेना ने आरोप लगाया कि करीब 20 कार्यकर्ताओं को पुलिस ने घर में नजरबंद किया था।