सितंबर 2024 से बैंकों के गोल्ड लोन में देखी गई है 50% की औसत वृद्धि
दिल्ली,संवाददाता : देश में गोल्ड लोन की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की रिपोर्ट के मुताबिक, फरवरी 2025 में सोने के गहनों के बदले दिए जाने वाले कर्ज में तेज वृद्धि देखी गई है। फरवरी 2025 में गोल्ड लोन में 87.4% की वृद्धि दर्ज की गई और बांटी गई लोन राशि 1.91 लाख करोड़ रुपए पर पहुंच गई। यह वृद्धि पर्सनल लोन की श्रेणी में सबसे तेज उछाल है।
गोल्ड लोन में वृद्धि का कारण:
फरवरी 2024 में गोल्ड लोन की राशि 1.02 लाख करोड़ रुपए थी, और इसमें केवल 15.2% की वृद्धि देखी गई थी। आरबीआइ के अनुसार, फरवरी में पर्सनल लोन की वृद्धि 19% रही, जो यह दर्शाता है कि आर्थिक दबाव या तत्काल नकदी की जरूरत के चलते लोग अधिक मात्रा में सोना गिरवी रखकर लोन ले रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि गोल्ड लोन में यह तेजी सोने की बढ़ती कीमतों के कारण आई है। इसके अलावा, घरेलू वित्तीय तनाव ने सुरक्षित सोने के कर्ज पर निर्भरता को बढ़ा दिया है। लोग अब अपने जेवर गिरवी रखकर अधिक लोन प्राप्त कर रहे हैं, जिससे असुरक्षित व्यक्तिगत लोन की मांग में कमी आई है।
सितंबर 2024 से बैंकों के गोल्ड लोन में 50% की औसत वृद्धि देखी गई है, जो कुल ऋण वृद्धि की तुलना में कहीं अधिक है। इससे स्पष्ट होता है कि लोग गोल्ड लोन को सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्प के रूप में देख रहे हैं। आरबीआइ की रिपोर्ट के मुताबिक, अन्य कर्ज की श्रेणियों में वृद्धि में गिरावट आई है। फरवरी 2023 में पर्सनल लोन की वृद्धि दर 19.5% थी, जो इस साल घटकर 8.5% रह गई है। इसके अलावा, ऑटो लोन, कंज्यूमर लोन और होम लोन की ग्रोथ भी कम हुई है। इससे यह स्पष्ट है कि लोग असुरक्षित कर्ज की जगह अब सुरक्षित गोल्ड लोन को प्राथमिकता दे रहे हैं, खासकर जब उन्हें वित्तीय संकट या नकदी की तात्कालिक आवश्यकता होती है।