भाजपा शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों के रुकने का भी किया उल्लेख
लखनऊ,संवाददाता : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक बार फिर राज्य में सभी धर्मों के लोगों की सुरक्षा का आश्वासन दिया। एएनआई से विशेष बातचीत में उन्होंने कहा कि यदि हिंदू सुरक्षित हैं, तो मुसलमान भी सुरक्षित हैं। उन्होंने राज्य में धार्मिक सहिष्णुता और कानून व्यवस्था की स्थिति पर भी प्रकाश डाला।
हिंदू और मुसलमानों की सुरक्षा पर जोर
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “सौ हिंदू परिवारों के बीच एक मुस्लिम परिवार सबसे सुरक्षित है। उन्हें अपने सभी धार्मिक कर्तव्यों का पालन करने की स्वतंत्रता है। लेकिन क्या 100 मुस्लिम परिवारों के बीच 50 हिंदू सुरक्षित हो सकते हैं? इसका उदाहरण पाकिस्तान और बांग्लादेश में देखा जा सकता है।” उन्होंने यह भी कहा कि यदि किसी को कोई खतरा हो तो हमें पहले ही सावधान हो जाना चाहिए।
2017 के बाद राज्य में शांति
मुख्यमंत्री ने 2017 से भाजपा शासन के दौरान उत्तर प्रदेश में सांप्रदायिक दंगों के रुकने का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “उत्तर प्रदेश में मुसलमान सबसे सुरक्षित हैं। अगर 2017 से पहले दंगे होते थे, तो हिंदू और मुसलमान दोनों की दुकानों और घरों को नुकसान पहुंचता था। लेकिन अब स्थिति पूरी तरह से बदल गई है और दंगे बंद हो गए हैं।”
सनातन धर्म की महत्वता पर बयान
योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म को दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म बताते हुए कहा कि हिंदू शासकों ने कभी अपनी ताकत का इस्तेमाल दूसरों पर आधिपत्य स्थापित करने के लिए नहीं किया। उन्होंने यह भी कहा कि सनातन धर्म की सोच पूरी दुनिया को एक परिवार मानने की रही है, जबकि अन्य संस्कृतियों में संकीर्ण और सीमित दृष्टिकोण देखने को मिलता है।
राम नवमी और ईद के दौरान कानून व्यवस्था
मुख्यमंत्री ने राम नवमी और ईद के दौरान राज्य की कानून व्यवस्था पर चर्चा करते हुए बताया कि प्रशासन के साथ मिलकर सख्त SOP (Standard Operating Procedures) तैयार किए गए हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश को इस मामले में एक उदाहरण बताया, जहाँ सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित किया गया है।
होली और मस्जिद पर तिरपाल विवाद
उत्तर प्रदेश में होली के दौरान मस्जिद पर तिरपाल ढकने के मामले पर सीएम योगी ने कहा कि मस्जिदों पर रंग न फेंकने के सख्त निर्देश दिए गए हैं। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि रंगों से किसी के अस्तित्व को नुकसान नहीं पहुंचता है। उन्होंने यह सवाल भी उठाया कि क्या मुहर्रम के दौरान रैलियों में लगाए गए झंडों से किसी हिंदू घर के ऊपर उनकी छाया नहीं पड़ती?