पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में आप के पास 93 विधायकों के साथ है मजबूत बहुमत
दिल्ली,संवाददाता : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (आप) की हार के बाद पंजाब में सियासी हलचल तेज हो गई है। कांग्रेस और भाजपा नेताओं के पंजाब की आप सरकार पर खतरे के संकेत देने वाले बयानों के बीच, पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को पंजाब के विधायकों की अहम बैठक दिल्ली के कपूरथला हाउस में बुलाई है। इससे पहले, पंजाब कैबिनेट की बैठक स्थगित कर सभी मंत्रियों को दिल्ली बुलाया गया है, जिससे सियासी हलचल और तेज हो गई है I पंजाब की 117 सदस्यीय विधानसभा में आप के पास 93 सीटों के साथ मजबूत बहुमत है, लेकिन कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रतापसिंह बाजवा ने दावा किया है कि आप के 30 विधायक कांग्रेस के संपर्क में हैं। उनका कहना है कि महिलाओं को 1000 रुपये देने का वादा समेत कई वादों को पूरा नहीं करने के कारण केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को हटा सकते हैं, जिससे बड़ा उलटफेर हो सकता है। बाजवा ने पहले कहा था कि मान पंजाब के एकनाथ शिंदे साबित हो सकते हैं।
कांग्रेस और भाजपा के नेताओं की भविष्यवाणी
कांग्रेस सांसद सुखजिंदर सिंह रंधावा ने भी कहा कि मान सरकार गिरने वाली है और अगले दो महीनों में मध्यावधि चुनाव हो सकते हैं। आप से कांग्रेस में शामिल होकर सांसद बने धर्मवीर गांधी ने भी यह दावा किया कि पंजाब के आप विधायक कांग्रेस या भाजपा में शामिल हो सकते हैं। वहीं, दिल्ली के नवनिर्वाचित भाजपा विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा ने भी कहा कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की कुर्सी खतरे में है और केजरीवाल उन्हें हटा सकते हैं।
पंजाब विधानसभा की वर्तमान स्थिति
- आप – 93 सीटें
- कांग्रेस – 16 सीटें
- भाजपा – 3 सीटें
- अकाली दल – 2 सीटें
- बसपा और अन्य – 2 सीटें
- रिक्त सीट – 1