रोती-बिलखती मां बोली, मैं बस अपने बेटे का चेहरा देखना चाहती हूं
गोपालगंज,संवाददाता : मणिपुर में मारे गए बिहार के दो युवकों के माता-पिता ने मणिपुर सरकार से दोनों मृतकों के शवों को उनके पैतृक गांव वापस भेजने की सुविधा देने का अनुरोध किया है। मृतक सुनालाल कुमार (18) और दशरथ कुमार (17) बिहार के गोपालगंज जिले के राजवाही गांव के निवासी थे और वहां प्रवासी मजदूर के तौर पर काम करने गए थे। मणिपुर के काकचिंग जिले में उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई। परिवारों ने बताया कि दोनों लड़के दिवाली के एक दिन बाद कुछ अतिरिक्त पैसे कमाने के लिए मणिपुर गए थे। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि मणिपुर में हिंसक संघर्ष चल रहा है। दशरथ कुमार की मां राधिका देवी ने रविवार को एएनआई से कहा, “हमें नहीं पता था कि मणिपुर में संघर्ष चल रहा है, अगर हमें पता होता तो मैं अपने बेटे को वहां नहीं भेजती। वह सिर्फ 17 साल का था…मैं बस अपने बेटे का चेहरा फिर से देखना चाहती हूं, यही मैं सरकार से मांगती हूं।”
दशरथ कुमार के पिता मोहन सोहन ने कहा कि उन्हें अपने बेटे की मौत की सूचना उनके दूसरे बेटे से मिली, जो काम करने के लिए राज्य से बाहर गया था। पिता ने कहा, “मेरे दूसरे बेटे का फोन आया, उसका नाम संतोष है, उसने मुझे बताया ‘पापा, मेरा भाई मर गया है’ और सुनालाल भी मर गया है। उस खबर को मिलने के बाद से हम बस इधर-उधर भाग रहे हैं, लोगों से बात कर रहे हैं, खोए हुए हैं।” उन्होंने कहा, “लड़का मणिपुर में काम करने गया था…वहां करीब 6 लोग काम करने गए थे। चार लोग पीछे रह गए थे, जबकि बाकी दो साइकिल लेकर आगे चले गए थे, उसके बाद अचानक जब साइकिल सवारों ने आवाज सुनी तो उन्होंने देखा कि बाकी लोगों को गोली मार दी गई है।” मृतकों में से एक सुनालाल कुमार की मां ने कहा, “यह घटना मणिपुर में हुई, उन्होंने उसे गोली मार दी। वह दिवाली के बाद कुछ पैसे कमाने के लिए मणिपुर गया था, वह वहां मजदूरी करता था।” इससे पहले मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने दो लोगों की हत्या की निंदा की और इसे “आतंकवादी कृत्य” बताया। मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “मैं मणिपुर के काकचिंग जिले में बिहार के युवा भाइयों सुनालाल कुमार (18) और दशरथ कुमार (17) की नृशंस हत्या की कड़ी निंदा करता हूं। आतंकवाद का यह कृत्य हमारे मूल्यों पर सीधा हमला है और मेरी गहरी संवेदनाएं उनके शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।”
मृतकों के परिवारों को दस लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी हत्या की निंदा की और अधिकारियों को मृतकों के परिवार को नियमानुसार लाभ प्रदान करने और दोनों लोगों को उनके पैतृक गांव पहुंचाने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का आदेश दिया। बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री राहत कोष से प्रत्येक मृतक के परिजनों को दो-दो लाख रुपये देने का निर्देश दिया है। साथ ही श्रम संसाधन विभाग और समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाओं से नियमानुसार अन्य लाभ भी देने का निर्देश दिया है। साथ ही दिल्ली में बिहार के रेजिडेंट कमिश्नर को स्थिति की जानकारी लेने और हरसंभव सहायता उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। साथ ही मृतकों के शवों को उनके पैतृक गांव भेजने के लिए आवश्यक व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया है।”