संवाददाता डॉट कॉम की खबर का असर, बोले विधायक मछली मंडी से सबको जाता था पैसा, काफी जद्दोजहद के बाद हुई कार्रवाई
लखनऊ, संवाददाता: संवाददाता डॉट कॉम पर 27 अक्टूबर को लखनऊ-सीतापुर हाइवे किनारे ताड़ीखाना मछली मंडी हटाने को लेकर प्रमुखता से खबर चलाई गई थी। संबंधित खबर का संज्ञान लेकर उत्तरी क्षेत्र के विधायक डॉ नीरज बोरा ने मछली मंडी को हटाने को लेकर संबंधित अफसरों से बात की। पूरी कार्रवाई में महीने भर से अधिक समय लगा, लेकिन मछली मंडी हट गई। विधायक का कहना है कि लोकल पुलिस और नगर निगम की शह पर मछली मंडी लग रही थी, सबको मछली मंडी से पैसा जाता था। इसे हटवाने के लिए काफी जद्दोजहद करनी पड़ी। है। संवाददाता डाट काम ने क्षेत्र की जनता से वादा किया था कि जिसकी शह पर भी दुकानें चल रही हैं, उसको भी संवाददाता डाट काम अपनी अगली खबर में उजागर करेगा। विधायक के बयान के बाद से यह भी उजागर हो चुका है। वीडियो में आप साफतौर से देख सकते हैं मछली मंडी हट जाने से पूरी सड़क साफसुधरी हो गई है। क्षेत्र के निवासियों के ओर से संवाददाता डॉट कॉम के साथ विधायक डॉ नीरज बोरा को इसके लिए लगातार बधाई संदेश मिल रहे हैं।
यह था मामला:
लखनऊ-सीतापुर हाइवे किनारे ताड़ीखाना में शिव मंदिर के ठीक बगल पूजा पाठ की जगह मांस की दुकानें लगी थीं, जो धार्मिक लोगों के जीवन में व्यवधान उत्पन्न कर रही हैं। यहां पिछले कई साल से मछली मंडी चल रही थी। पहले यह मंडी मंदिर के ठीक पीछे चलती थी, लेकिन वहां रेलवे के निर्माण कार्य के चलते मंडी मंदिर के बगल हाइवे किनारे आ गई थी, जबकि नियम के मुताबिक मंदिर के 50 मीटर के दायरे में कोई भी मांस या शराब की दुकान नहीं होनी चाहिए, लेकिन यहां सारे नियम कानून ताख पर रखकर खुलेआम मांस की दुकानें चल रही थीं। यहां से थोड़ी दूरी पर शराब की दुकान भी है। मंदिर के ठीक सामने भी एक मांस की दुकान का संचालन हो रहा है, इसे अभी भी नहीं हटाया गया है। जिन दुकानदारों को हटाया गया है उनका कहना है कि मंदिर के सामने व आसपास जो और दुकानें हैं, उन्हें भी हटाया जाए। नियम कानून सबके लिए बराबर होने चाहिए।
अब पलटन छावनी रोड पर मछली मंडी लगाने के निर्देश
मछली मंडी लगाने के लिए पल्टन छावनी जाने वाली रोड का चयन किया गया है, लेकिन फिलहाल मछली मंडी मंदिर के पीछे पुन: अपने पुराने स्थान पर लगा दी गई है।
लोकल पुलिस ने ही मंडी लगवाया और उसी ने हटवाया:
विधायक का कहना है कि लोकल पुलिस की शह पर ही मछली मंडी चल रही थी और दबाव पड़ने पर पुलिस ने मंडी हटवा भी दी।
हाइवे पर लगता था जाम और धार्मिक लोगों को होती थी मुसीबत
मछली मंडी लगने से हाइवे पर निकलने वाले लोगों को जाम का सामना करना पड़ता था। इसके अतिरिक्त धार्मिक लोगों को भी इधर से निकलने में बदबू का सामना करना पड़ता था , जिससे कई लोगों ने तो अपना रूट तक बदल दिया था।