उत्तर प्रदेश के अयोध्या में भक्ति, अध्यात्म, आधुनिकता और संकल्प की शक्ति को सार्थक करने में जुटी योगी सरकार
अयोध्या : उत्तर प्रदेश के अयोध्या में योगी सरकार दीपोत्सव को भव्य बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। रामलला के राम मंदिर में विराजमान होने के बाद यह पहला दीपोत्सव है। इसलिए इसे और भी भव्य बनाया जाएगा। दीपोत्सव में न केवल अवध की संस्क्रति दिखेगी , बल्कि देश दुनिया की आध्यात्मिकता का संगम भी नजर आएगा।
संस्कृति विभाग प्रमुख रूप से इंडोनेशिया और रूस से कर रहा संपर्क
अयोध्या को विश्व के मानचित्र पर स्थापित करने वाला दीपोत्सव इस बार बेहद खास होगा। दीपोत्सव में देश ही नहीं विदेश की रामलीला का भी विशेष मंचन किया जाएगा। प्रमुख रूप से वह देश जहां पर भगवान राम को माना जाता है, उनकी पूजा और अर्चना होती है। उन देशों की रामलीला का मंचन अयोध्या दीपोत्सव के दरमियान किया जायेगा। दीपोत्सव में संस्कृति विभाग प्रमुख रूप से इंडोनेशिया, रूस जैसे देशों से संपर्क कर रहा है और प्रयास है कि इस बार राम कथा पार्क में होने वाली रामलीला ऐतिहासिक हो, जिसमें विदेशी शैली पर अंतरराष्ट्रीय स्तर के कलाकार राम की लीला का मंचन करेंगे। इतना ही नहीं खास बात यह है कि राम की लीला का मंचन सरयू तट पर किया जाएगा। इसके अलावा देश के विभिन्न राज्य और प्रभु राम को मानने वाले विदेशी लोग भी अयोध्या जाकर प्रभु राम की लीला पर मंचन करेंगे।
25 लाख दीयों की रोशनी से जगमगाएंगे अयोध्या के घाट
राम मंदिर के अलावा अयोध्या में भी भव्य दीपोत्सव मनाने की तैयारी की जा रही है। इसके भव्य आयोजन के लिए पर्यटन विभाग तैयारियों में जुटा हुआ है। अवध विश्वविद्यालय के लगभग 8 हजार वॉलिंटियर इस बार 25 लाख दीपक जलाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित करेंगे। वहीं, दिव्य अयोध्या ऐप पर हर छोटी-बड़ी जानकारी मिलेगी। एप से डिजिटल दीप जलाने की भी सुविधा मिलेगी। दीपोत्सव देखने के लिए देश- विदेश से बड़ी संख्या में श्रद्धालु व पर्यटक अयोध्या आयेंगे।