पीड़िता ने वीडियो वायरल कर जताया विरोध, न तो सीबीआई पर भरोसा है और न ही दिल्ली एम्स के कर्मचारियों पर
कानपुर,संवाददाता : बीजेपी से निष्कासित पूर्व विधायक कुलदीप सिंह सेंगर को अदालत ने मेडिकल आधार पर जमानत दे दी है। अदालत ने दिल्ली के एम्स से सेंगर के इलाज की संभावना पर रिपोर्ट मांगी है। जमानत मिलने के बाद पीड़िता ने एक बार फिर अपना वीडियो वायरल किया है, जिसमें उसने अपने विरोध को जाहिर किया। वीडियो में पीड़िता ने कहा कि उन्हें न तो सीबीआई पर भरोसा है और न ही दिल्ली एम्स के कर्मचारियों पर। उन्होंने अदालत से अपील की कि वह अपनी एक स्वतंत्र जांच टीम गठित कराए और यह सुनिश्चित करे कि सेंगर के परिवार को इसकी जानकारी न हो। पीड़िता का कहना था कि जेल प्रशासन पर भी उन्हें विश्वास नहीं है, क्योंकि उनके पिता की हत्या पुलिस कस्टडी में की गई थी और इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पीड़िता ने यह भी बताया कि पिछले दो दिनों से वह कोर्ट में उपस्थित हैं, जहां सीबीआई के वकील ने यह जानकारी दी कि जेल सुपरिंटेंडेंट की रिपोर्ट के अनुसार सेंगर की तबीयत बहुत खराब है और उनकी कई गंभीर बीमारियाँ हैं। लेकिन पीड़िता ने सीबीआई पर भी भरोसा नहीं जताया और अदालत से यह अनुरोध किया कि एक स्वतंत्र जांच की जाए। पीड़िता ने यह भी कहा कि उन्हें एम्स के डॉक्टरों और कर्मचारियों पर भी भरोसा नहीं है, क्योंकि वह पैसे लेकर अपनी रिपोर्ट बना सकते हैं। उन्होंने हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट से भी मदद की गुहार लगाई है। इस मामले की अगली सुनवाई 13 जनवरी को होगी।