प्रधानमंत्री मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा
जम्मू,संवाददाता : 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम स्थित बैसरन घाटी में आतंकवादियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें कम से कम 28 लोगों की मौत हो गई और 20 से अधिक लोग घायल हो गए। यह हमला कश्मीर घाटी में हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुआ सबसे भीषण हमला माना जा रहा है।
लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने दावा किया कि यह हमला कश्मीर में बाहरी लोगों के बसने के कारण हो रहे जनसांख्यिकीय बदलावों के विरोध में किया गया है। हमलावरों ने पीड़ितों से नाम पूछे और कुछ को पहचानने के लिए धार्मिक पहचान की जांच की। इससे यह स्पष्ट हुआ कि हमलावरों ने गैर-मुस्लिमों को लक्षित किया था।
मृतकों और घायलों की जानकारी
मृतकों में 24 भारतीय पर्यटक, 2 स्थानीय निवासी, 2 विदेशी नागरिक (नेपाल और यूएई के) और एक भारतीय नौसेना अधिकारी शामिल हैं। घायलों में कई पर्यटक और एक खुफिया अधिकारी भी शामिल हैं। हमले में घायल हुए लोगों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है।
पीएम मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि आतंकवादियों को बख्शा नहीं जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह ने श्रीनगर में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई और सुरक्षा बलों को हमलावरों की तलाश में जुटने के निर्देश दिए। अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने भी इस हमले की निंदा की है, जिसमें यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वांस, पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन शामिल हैं। यह हमला अमरनाथ यात्रा की शुरुआत से कुछ महीने पहले हुआ है, जिससे यात्रा की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। अधिकारियों ने यात्रा मार्गों की सुरक्षा बढ़ाने के संकेत दिए हैं।
स्थानीय प्रतिक्रिया
कश्मीर घाटी में इस हमले के बाद विरोध प्रदर्शन हुए हैं। कुछ लोग पाकिस्तान पर हमले के लिए जिम्मेदार होने का आरोप लगा रहे हैं। कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस हमले को हाल के वर्षों में नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा हमला बताया है।