गौतम गंभीर के पर्सनल असिस्टेंट को लेकर मचे बवाल के बाद लिया गया अहम फैसला
दिल्ली,संवाददाता : ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम के शर्मनाक प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने अब एक्शन मोड में आते हुए कई सख्त नियम लागू किए हैं। इन बदलावों से खिलाड़ियों की सुविधाओं और अनुशासन में बड़ा बदलाव होगा, जिसका असर प्रमुख खिलाड़ियों जैसे रोहित शर्मा और विराट कोहली पर भी पड़ सकता है। बीसीसीआई ने साफ किया है कि अगर कोई खिलाड़ी इन नियमों का उल्लंघन करता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अब खिलाड़ी अपनी फैमिली को विदेशी दौरे पर अपने साथ नहीं ले जा पाएंगे। यदि कोई खिलाड़ी 45 दिनों तक विदेशी दौरे पर रहता है, तो उसकी पत्नी और 18 साल से छोटे बच्चे केवल 2 हफ्ते के लिए उसके साथ रह सकते हैं। इस दौरान बीसीसीआई सिर्फ उनके रहने का खर्च उठाएगा, बाकी खर्च खिलाड़ी को खुद उठाना होगा। इसके अलावा, खिलाड़ी को अपनी फैमिली के आने की अनुमति कोच और कप्तान से लेनी होगी। खिलाड़ियों को अब केवल टीम के साथ यात्रा करनी होगी। यदि किसी खिलाड़ी की फैमिली को यात्रा करनी है, तो उसे कोच गौतम गंभीर और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर से अनुमति लेनी होगी। इस नियम के उल्लंघन पर सख्त सजा दी जाएगी। अब खिलाड़ी किसी टूर या सीरीज के दौरान अपना पर्सनल स्टाफ जैसे मैनेजर, शेफ या सिक्योरिटी नहीं रख पाएंगे। यह फैसला हाल ही में कोच गौतम गंभीर के पर्सनल असिस्टेंट को लेकर मचे बवाल के बाद लिया गया। अब खिलाड़ी अगर बीसीसीआई द्वारा निर्धारित सामान लेकर जाते हैं तो इसके लिए उन्हें कोई खर्च नहीं देना पड़ेगा, लेकिन यदि वे अतिरिक्त सामान लेकर जाते हैं, तो इसके लिए उन्हें खुद भुगतान करना होगा।अब बीसीसीआई ने घरेलू क्रिकेट को अनिवार्य बना दिया है। टीम से बाहर रहने वाले खिलाड़ियों को घरेलू क्रिकेट खेलना जरूरी होगा। इसका आधार अब टीम में सेलेक्शन होगा, यानी प्रदर्शन के आधार पर ही टीम में जगह मिलेगी।
30 दिनों से अधिक के दौरे के लिए सामान की सीमा
- खिलाड़ी: 5 पीस (3 सूटकेस + 2 किट बैग) या 150 किलोग्राम
- सपोर्ट स्टाफ: 2 पीस (2 बड़े + 1 छोटे सूटकेस) या 80 किलोग्राम
मैनेजमेंट के साथ रखना होगा तालमेल
अब खिलाड़ियों को बेंगलुरु के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में भेजे गए उपकरणों और सामान पर टीम मैनेजमेंट के साथ तालमेल रखना होगा। इससे जुड़े किसी भी अतिरिक्त खर्च का बोझ खिलाड़ी को खुद उठाना होगा।अब खिलाड़ी प्रैक्टिस सेशन से छूट नहीं ले सकेंगे। पहले जो स्टार खिलाड़ी प्रैक्टिस सेशन को छोड़ते थे, अब उन्हें किसी कारण से छूट मिलेगी तो उसे वर्कलोड मैनेजमेंट के आधार पर तय किया जाएगा।बीसीसीआई ने खिलाड़ियों को किसी भी व्यक्तिगत एड शूट या फोटोशूट में भाग लेने पर बैन लगाया है। यह कदम खिलाड़ियों के ध्यान को सीरीज से हटा कर व्यक्तिगत कामों पर नहीं भटकने के लिए उठाया गया है।अब खिलाड़ियों को बीसीसीआई के ऑफिशियल शूट, प्रमोशन और अन्य कार्यक्रमों में भाग लेना अनिवार्य होगा। इस नियम का पालन नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जा सकती है।अब खिलाड़ी को सीरीज खत्म होने तक टीम के साथ रहना होगा, भले ही सीरीज जल्दी खत्म हो जाए। यह निर्णय टीम की एकजुटता और बॉन्डिंग को बनाए रखने के लिए लिया गया है।बीसीसीआई किसी भी खिलाड़ी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने का अधिकार सुरक्षित रखेगा, जिसमें आईपीएल और अन्य बीसीसीआई आयोजनों में भाग लेने से रोकना और खिलाड़ी की मैच फीस से कटौती करना शामिल हो सकता है।