संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर भड़के असदुद्दीन
संभल संवाददाता : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई हिंसा पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने रविवार को हुई गोलीबारी में तीन लोगों की मौत को मर्डर करार देते हुए इस मामले की जांच के लिए एक सिटिंग हाईकोर्ट जज से इंक्वायरी कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि यह कोई फायरिंग नहीं बल्कि मर्डर था, और आरोप लगाया कि सर्वे की जानकारी मस्जिद कमेटी को नहीं दी गई थी।
ओवैसी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा, “हमें इस हिंसा की निंदा करनी चाहिए, यह फायरिंग नहीं मर्डर है। जो भी ऑफिसर इसमें शामिल हैं, उन्हें सस्पेंड किया जाना चाहिए।” उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि 1948 में बाबरी मस्जिद के मामले में भी इसी तरह के घटनाक्रम हुए थे और अब फिर वही स्थिति बन रही है।
ओवैसी ने कहा, “सर्वे का आदेश बगैर मस्जिद कमेटी से राय लिए दिया गया, जो गलत है। पुलिस को वहां की पीस कमेटी से बात करनी चाहिए थी, लेकिन इसके बजाय उकसाने वाले नारे लगाए गए। यह पूरी घटना अव्यवस्था और गलत कार्रवाई का परिणाम है।”
संभल की जामा मस्जिद पर सर्वे को लेकर हुए इस विवाद ने गंभीर राजनीतिक और धार्मिक प्रतिक्रियाएं जन्म दी हैं। ओवैसी ने इस मुद्दे पर उच्चतम न्यायालय से हस्तक्षेप की मांग की है और कहा कि इस तरह की घटनाएं समाज में तनाव और विभाजन बढ़ाने का कारण बनती हैं।