पीठासीन अधिकारी संध्या राय ने व्यवस्था बनाये रखने की अपील की
नयी दिल्ली संवाददाता : लोकसभा में अडानी और मणिपुर मामले पर चर्चा कराने की मांग को लेकर विपक्ष ने जोरदार हंगामे किया, जिसके कारण दो बार की बाधा के बाद सदन की कार्रवाई बुधवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दी गई है। दोपहर 12 बजे सदन के पुन: समवेत होते ही विपक्षी सदस्य खड़े होकर अडानी और मणिपुर मसले को लेकर शोरशराबा करने लगे, जिसके बाद पीठासीन अधिकारी संध्या राय ने व्यवस्था बनाये रखने की अपील की, जिसका असर होेते न देख कार्यवाही स्थगित कर दी।
संविधान दिवस पर विशेष बैठक
सदन की बैठक दोबारा शुरू होने के बाद समाजवादी पार्टी के धर्मेन्द्र यादव यह कहते हुये सुने गये उत्तर प्रदेश के संभल में हुई हिंसा को लेकर उनकी पार्टी के सांसद के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अपनी कुर्सी बचाने के लिये पूरे प्रदेश को हिंसा की आग में झोंक रहे हैं। इसी के साथ ही शोरशराबा करते हुये विपक्षी सदस्य सदन के बीचोबीच आने लगे।
पीठासीन श्रीमती राय ने विपक्षी सदस्यों से कहा कि वे हंगामा न करें और सदन की कार्यवाही सुचारु रूप से चलने दें। शोरगुल शांत न होते देख उन्होंने विपक्ष से कहा, “आप सदन की कार्यवाही चलाना नहीं चाहते।”
श्रद्धांजलि के बाद हंगामा बढ़ते देख कार्यवाही स्थगित
पहले शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा ने सदन के सदस्य रहे माननीयों को श्रद्धांजलि देने के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गयी। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सदन समवेत होते ही सभा को दो वर्तमान सदस्यों महाराष्ट्र के नांदेड से चव्हाण वसंतराव बलवंतराव और पश्चिम बंगाल से एस के नुरुल इस्लाम के निधन की सूचना दी। उन्होंने इसके अलावा पूर्व सदस्यों एम एम लॉरेंस, एम पार्वती और हरिश्चंद्र देवराम चव्हाण के निधन के बारे में जानकारी देते हुये शोक व्यक्त किया। उसके बाद सभी सदस्यों ने मौन रखकर दिवंगत सदस्यों को श्रद्धांजलि दी। श्रद्धांजलि के बाद विपक्षी सदस्यों ने अड़ानी रिश्वत मामले को उठाने की कोशिश की, तभी सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिये स्थगित कर दी गयी थी।