ठंड और भारी भीड़ के कारण मेला क्षेत्र से केंद्रीय अस्पताल के बीच दिनभर जारी रहा एंबुलेंस का संचालन
प्रयागराज, संवाददाता: महाकुंभ के पहले स्नान पर्व के दौरान भीषण ठंड ने श्रद्धालुओं पर गहरा असर डाला। सोमवार को मेला क्षेत्र के केंद्रीय अस्पताल और अन्य चिकित्सा केंद्रों में 3000 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचे। इनमें 85 वर्षीय अर्जुन गिरि को दिल का दौरा पड़ने के बाद एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मृत्यु हो गई।
पोस्टमार्टम के लिए भेजा पार्थिव शरीर
मरीज को शाम छह बजे 108 एंबुलेंस से ट्रामा सेंटर लाया गया। अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मृत्यु हो चुकी थी। शिष्य उन्हें अस्पताल में छोड़कर चले गए और स्वामी अर्जुन गिरि का पार्थिव शरीर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया।
3104 मरीजों का इलाज, 37 गंभीर मरीज रेफर
केंद्रीय अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनोज कुमार कौशिक के अनुसार, सोमवार को ओपीडी में 3104 मरीजों ने इलाज के लिए पंजीकरण कराया। इनमें से 262 मरीजों को अस्पताल में भर्ती किया गया, जबकि 37 गंभीर मरीजों को अन्य अस्पतालों में रेफर किया गया। केंद्रीय अस्पताल में 650 मरीजों की जांच की गई, वहीं झूंसी और अरैल क्षेत्र से भी कई मरीज एसआरएन अस्पताल में रेफर किए गए।
एंबुलेंस का संचालन जारी
ठंड और भारी भीड़ के कारण मेला क्षेत्र से केंद्रीय अस्पताल और एसआरएन अस्पताल के बीच एंबुलेंस का संचालन दिनभर जारी रहा, ताकि जरूरतमंद मरीजों को समय पर इलाज मिल सके। रात आठ बजे तक केंद्रीय अस्पताल में 20 मरीज भर्ती थे, जिनमें श्रद्धालुओं के अलावा अग्निशमन विभाग के कुछ सिपाही भी शामिल थे।
कुल 24 मरीजों को एसआरएन अस्पताल में रेफर किया गया
एसआरएन अस्पताल में कुल 24 मरीज रेफर होकर पहुंचे, जिनमें से 12 को भर्ती किया गया, जबकि बाकी को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। ठंड से मरीजों की संख्या बढ़ने के कारण चिकित्सा सेवाएं लगातार बढ़ाई जा रही हैं।