भारत को भी मिला है इस समारोह का आमंत्रण, विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत के प्रतिनिधि के रूप में इसमें भाग लेंगे
दिल्ली,संवाददाता : 20 जनवरी को डोनाल्ड ट्रंप का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित होने जा रहा है, जिसमें वैश्विक नेताओं, सेलिब्रिटीज़ और टेक दिग्गजों की मौजूदगी की उम्मीद जताई जा रही है। इस बार डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका की परंपरा तोड़ते हुए दूसरे देशों के राष्ट्राध्यक्षों को भी शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है। यह कदम अमेरिका के सहयोगी देशों और प्रतिस्पर्धियों के साथ संवाद बढ़ाने के उद्देश्य से उठाया गया है। ट्रंप की टीम ने इस शपथ ग्रहण समारोह के लिए कई प्रमुख देशों के नेताओं को आमंत्रित किया है, जिनमें चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग, अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर माइली, इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी, और ब्राजील के पूर्व राष्ट्रपति जेयर बोल्सानरो शामिल हैं। हालांकि, शी जिनपिंग ने इस कार्यक्रम में व्यक्तिगत रूप से शामिल होने से मना कर दिया है और वे अपने आधिकारिक दूत को भेजेंगे। जॉर्जिया मेलोनी की तरफ से अभी तक पुष्टि नहीं हुई है कि वे शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेंगी या नहीं।
भारत को भी इस समारोह का आमंत्रण मिला है, और विदेश मंत्री एस जयशंकर भारत के प्रतिनिधि के रूप में इसमें भाग लेंगे। हालाँकि, कुछ प्रमुख देशों के राष्ट्राध्यक्षों को इस समारोह में बुलावा नहीं दिया गया है। इनमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन, यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की, और ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टॉर्मर शामिल हैं। इसके अलावा, उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को भी इस कार्यक्रम का निमंत्रण नहीं दिया गया है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की ने पहले कहा था कि वे ट्रंप के शपथ ग्रहण में शामिल होना चाहते हैं, लेकिन उन्हें अभी तक निमंत्रण नहीं मिला। इसके बाद, ट्रंप ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि उन्होंने ज़ेलेंस्की को आमंत्रित नहीं किया है, लेकिन अगर वे आना चाहते हैं तो वे उन्हें न्यौता भेजेंगे। वहीं, रूस के राष्ट्रपति पुतिन को भी इस समारोह में शामिल नहीं किया गया है, लेकिन ट्रंप ने कहा था कि वे शपथ लेने के बाद पुतिन से मुलाकात करेंगे।