इंदौर-मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट की गति तेज, भूमि अधिग्रहण नोटिफिकेशन जारी
इंदौर,संवाददाता : मध्यप्रदेश-महाराष्ट्र के बीच प्रमुख इंदौर-मनमाड़ रेल प्रोजेक्ट की गति में तेज़ी आ रही है। इंदौर जिले में इस प्रोजेक्ट के तहत डाली जाने वाली रेल लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण संबंधी नोटिफिकेशन जारी हो चुका है, जिससे परियोजना की कार्यवाही जल्द शुरू होने की उम्मीद है। इस प्रोजेक्ट की निगरानी सीधे प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा की जाएगी, जिससे इसकी गति और अधिक तेज़ हो सकेगी। सांसद शंकर लालवानी के अनुसार, इस प्रोजेक्ट के तहत मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के 13 जिलों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। महू के गांवों में भूमि अधिग्रहण के लिए अधिकारियों की नियुक्ति का नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया गया है, जिससे प्रक्रिया को और तेज़ किया जाएगा। इंदौर से मुंबई तक 309 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन को 18,036 करोड़ रुपये की मंजूरी सितंबर में मिली थी। यह रेल लाइन न केवल यात्रियों के लिए, बल्कि औद्योगिक कनेक्टिविटी को भी मजबूती देगी।
मध्यप्रदेश को इस प्रोजेक्ट से सबसे अधिक लाभ होगा, क्योंकि इसमें 170.56 किलोमीटर का हिस्सा मध्यप्रदेश में है। इस परियोजना के तहत प्रदेश में 18 नए स्टेशन बनेंगे, जिनमें महू, कैलोद, कमदपुर, झाड़ी बरोदा, सराय तालाब, नीमगढ़, चिक्तयाबड़, ग्यासपुरखेड़ी, कोठड़ा, जरवाह, अजंदी, बघाड़ी, कुसमारी, जुलवानिया, सली कलां, वनिहार, बवादड़ और मालवा स्टेशन शामिल हैं। रेल लाइन के निर्माण से मध्यप्रदेश के बड़वानी, खरगोन, धार और इंदौर जिलों में भूमि अधिग्रहण होगा, जिनकी कुल भूमि आवश्यकता 905 हेक्टेयर है। परियोजना में 17.7 किमी लंबी टनल, 4 बड़े पुल (नर्मदा, देव, गोई और चंबल) और 35 रेलवे ओवर ब्रिज तथा 62 अंडर ब्रिज का निर्माण भी किया जाएगा। यह परियोजना वर्षों से चर्चा में रही है, और 2022 में इसकी अनुमति नहीं मिली थी। 2023 में 2 करोड़ रुपये की टोकन राशि प्राप्त हुई थी, जबकि 2024 के बजट में 1,000 रुपये की टोकन राशि दी गई थी। अब इस परियोजना को 18,036 करोड़ रुपये की स्वीकृति मिल चुकी है, और इसकी राशि आगामी बजट में दी जाएगी।