बृजभूषण शरण सिंह का छलका दर्द, पूर्व सांसद ने अपने रिटायरमेंट को लेकर कही ये बड़ी बात
नयी,दिल्ली,संवाददाता : बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने एक बार फिर से लोकसभा टिकट नहीं मिलने के दर्द को जाहिर किया। गोंडा के कर्नलगंज विधानसभा क्षेत्र में आयोजित एक कंबल वितरण कार्यक्रम में उन्होंने पार्टी से अपनी नाराजगी व्यक्त की। बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “मुझे जबरदस्ती रिटायर किया गया, लेकिन जनता नहीं चाहती थी कि मैं रिटायर होऊं।” उन्होंने मंच से शायराना अंदाज में कहा, “झूठों के शहर में मैं सच बोल बैठा, वो नमक का शहर था, मैं जख्म खोल बैठा।” पूर्व सांसद ने आगे कहा, “चलिए कोई बात नहीं, बढ़िया चल रहा है, आनंदमय चल रहा है, हमें तो जबरदस्ती रिटायर कर दिया। जनता नहीं चाहती थी कि मैं रिटायर होऊं।” वे यह भी बोले कि उन्होंने डेढ़ घंटे की एक्सरसाइज की, फिर भी उन्हें रिटायर कर दिया, लेकिन यह भगवान की इच्छा थी।
बृजभूषण शरण सिंह पर महिला पहलवानों, जैसे साक्षी मलिक और विनेश फोगाट, द्वारा यौन शोषण का आरोप लगाए जाने के बाद बीजेपी ने उन्हें कैसरगंज से टिकट नहीं दिया था। पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे भूषण सिंह को टिकट दिया था, और वह चुनाव जीतने में भी सफल रहे थे। पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के इस बयान को लेकर सियासी हलकों में चर्चाएं तेज हो गई हैं। उनके बयान से यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि वह एक बार फिर से राजनीति में सक्रिय हो सकते हैं। वे कई कार्यक्रमों में हिस्सा ले रहे हैं और उन्होंने यह स्पष्ट किया कि भले ही बीजेपी ने उन्हें टिकट नहीं दिया, वह जनता की सेवा करना जारी रखेंगे। बृजभूषण शरण सिंह का विवादों से पुराना नाता रहा है। महिला पहलवानों द्वारा यौन शोषण के आरोप लगाने के अलावा, उन्होंने रांची में एक पहलवान को थप्पड़ भी मारा था। इसके अलावा, फरवरी 2022 में चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने असदुद्दीन ओवैसी को लेकर भी एक विवादित बयान दिया था, जिसमें उन्होंने ओवैसी को भगवान राम का वंशज कहा था।