शिलांग में ट्रांसपोर्ट कारोबारी की हत्या, जवान बेटे की अर्थी देख टूटा परिवार
इंदौर,संवाददाता : शिलांग में अज्ञात बदमाशों के हमले में जान गंवाने वाले ट्रांसपोर्ट कारोबारी का बुधवार शाम अंतिम संस्कार हुआ। जवान बेटे का शव देख माता-पिता, ससुराल पक्ष के लोग बदहवास हो गए। बड़े भाई सचिन ने कहा, भाई की हत्या हुई है। यदि पहले ही दिन सेना की मदद मिल जाती तो वो घायल अवस्था में मिल सकता था। बीते दिन मोक्ष वाहन से शव को घर ले गए। ताबूत को देख हर किसी का कलेजा फट गया। मां उमा रघुवंशी अपने कलेजे के टुकड़े को इस हाल में देख बदहवास हो गई।
मेरा बेटा भूखा चला गया…
परिवार के कुछ सदस्यों ने हिम्मत कर ताबूत उठाया और बाहर सजी अर्थी पर रख दिया। मां दौड़ते हुए पहुंची और उसे दुलारने का प्रयास करने लगी। यह दृश्य देख हर किसी की आंखें नम हो गई। ससुराल पक्ष दामाद की हत्या और लापता बेटी के दुख में आपा खो बैठा। परिवार के लोग उन्हें ढांढस बंधाते रहे। बेटे की एक झलक पाने मां चीखती रही। बार-बार याद कर कहती रही कि बेटा भूखा चला गया…उसने कुछ नहीं खाया था, मैंने तुझे जाने से क्यों नहीं रोका। लापता बहू सोनम के सकुशल मिलने की कामना करते रहे। शाम को परिजन ने रीजनल पार्क मुक्तिधाम में राजा का दाह संस्कार किया।
पिता बोले – जितना पैसा चाहिए ले लो, मेरी बेटी लौटा दो
दामाद की अंतिम यात्रा में ससुर देवलाल रघुवंशी, पत्नी व परिवार शामिल हुआ। वे अपने समधी से मिलते ही बेसुध हो गए। उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। परिजन ने बताया, वे दिल के मरीज है। सभी उन्हें ढांढस बंधाते रहे। अंतिम यात्रा में वे चल भी नहीं पा रहे थे।