21 गांवों से होते हुए भांव गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ेगी रिंग रोड
रायबरेली,संवाददाता : शहर में यातायात की समस्या से निजात पाने के लिए 1200 करोड़ रुपये से प्रस्तावित रिंग रोड के दूसरे फेज का निर्माण कार्य तेज़ी से चल रहा है। सर्वे का काम पूरा होने के बाद अब मिट्टी भराई और समतलीकरण का काम जारी है। यह रिंग रोड 21 गांवों के पास से होकर गुजरेगी, जिससे शहर में यातायात की समस्या में राहत मिलेगी। रिंग रोड के बनने से लखनऊ से प्रयागराज जाने वाले वाहनों को शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा। करीब दस साल पहले नगर के चारों ओर रिंग रोड के निर्माण की योजना बनाई गई थी। पहले फेज में रिंग रोड का काम 2014 में शुरू हुआ था, जबकि दूसरे फेज में काम में तेजी आ गई है। यह रिंग रोड 22 किमी लंबी फोरलेन होगी।
रिंग रोड का मार्ग:
दूसरे फेज में रिंग रोड रायबरेली-लखनऊ हाईवे से डिडौली स्थित महिंद्रा एजेंसी के पास से शुरू होकर 21 गांवों से होते हुए भांव गांव के पास लखनऊ-प्रयागराज राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ जाएगी।
गांवों की सूची:
रिंग रोड सैदनपुर, सुलखियापुर, पासापुर, परिगवां, अलादपुर, कंचौदा नानकारी, चकलोहराहार, डिडौली, लोहरामऊ, सलारपुर, नौबती, दरीबा, रेती खुर्द बुजुर्ग, बिनोहरा, फकरुलहसन खेड़ा, मछेछर, पासापुर, सुल्तानपुर आइमा, बेलाभेला, कुचरिया, और सरायोदामो गांवों से होकर निकलेगी। “रिंग रोड के निर्माण से शहर में जाम की समस्या में काफी कमी आएगी,” मनीष सिंह चौहान, अधिशासी अभियंता, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने कहा।